जयपुर में फैल रहा साइबर ठगों का नेटवर्क, दो मामलों में लगाई 41.50 लाख रुपए की चपत
जयपुर शहर में साइबर ठग अपने पांव पसारते ही जा रहे हैं। आए दिन साइबर ठगी के मामले थानों में दर्ज हो रहे हैं लेकिन उनमें से बहुत कम मामलों में ही पुलिस को सफलता मिल रही है। अब आज जयपुर शहर से एक साथ दो मामले सामने आए हैं। जिसमें साइबर ठगों ने करीब-करीब 41.50 लाख रुपए की ठगी की है। दोनों मामले अलग-अलग थाना इलाके के हैं। पुलिस अब मामले की जांच कर रही है।
ऑनलाइन शॉपिंग के जरिए ठगे 1.50 लाख रुपए
पहला मामला शहर के एयरपोर्ट थाना इलाके का है। जहां पर काजल एंक्लेव के रहने वाले चंद्रशेखर त्रिपाठी को ठगों ने डेढ़ लाख रुपए की चपत लगाई। चंद्रशेखर त्रिपाठी ने एयरपोर्ट थाना में शिकायत दर्ज कराई कि ऑनलाइन खरीदारी के मामले में उनकी पत्नी ने गूगल पर अमेजॉन कस्टमर केयर का नंबर सर्च किया। जिसके बाद उससे संपर्क किया लेकिन फोन पर जो व्यक्ति बात कर रहा था उन्होंने रिफंड के नाम पर उनकी पत्नी से मोबाइल पर एनीडेस्क और कस्टमर सपोर्ट ऐप डाउनलोड करने को कहा।
ऐप डाउनलोड करते ही खाते से उड़ाए पैसे
ऐप डाउनलोड करते ही फोन पर बात कर रहे व्यक्ति ने ओटीपी मांगा। जैसे ही उन्होंने ओटीपी बताया वैसे ही उनके खाते से 1.50 लाख रुपए उड़ गए। इसके बाद ही कस्टमर केयर पर बात करने वाले व्यक्ति ने फोन काट दिया और दोबारा संपर्क करने पर फोन भी रिसीव नहीं किया। जिसके बाद उन्होंने इसकी शिकायत एयरपोर्ट थाना पुलिस में की। पीड़ित चंद्रशेखर त्रिपाठी 65 वर्षीय सेवानिवृत्त सरकारी कर्मचारी हैं वहीं इस मामले की जांच एयरपोर्ट थाना अधिकारी दिगपाल सिंह कर रहे हैं।
ED की कार्रवाई का डर दिखाकर ठगे 40 लाख रुपए
वहीं दूसरा मामला जयपुर के जवाहर नगर थाना इलाके का है। यहां पर व्यापारी विकास जैन को 40 लाख रुपए की चपत लगी है। विकास जैन ने पुलिस थाने में दी अपनी रिपोर्ट में बताया कि उन्हें एक फोन आया था। जिसमें उस व्यक्ति ने खुद को दिल्ली में ईडी एडिशनल डायरेक्टर संजय कुमार बताया था। उसने कहा कि आपके बिजनेस खाते में हेराफेरी की गई है इसलिए आप पर ईडी कार्रवाई कर सकती है। कार्रवाई का डर दिखाकर फोन करने वाले व्यक्ति ने 40 लाख रुपए की राशि मांगी और जवाहर नगर स्थित केंद्रीय विद्यालय नंबर 3 के बाहर एक बक्से में रुपए लेकर रखने को कहा।
व्यापारी ने एसीबी में दर्ज कराया मामला
लेकिन व्यापारी विकास जैन ने सूझबूझ दिखाते हुए इस मामले की एसीबी मुख्यालय में शिकायत की। जिसके बाद एसीबी टीम ने योजना बनाकर व्यापारी से पैसों से भरा बक्सा केंद्रीय विद्यालय के पास लेकर जाने को कहा। टीम के कहने के मुताबिक विकास जैन केंद्रीय विद्यालय के पास गए तभी वहां पर एक कोरियर कंपनी के पिकअप बॉय इमरान को बक्सा लेते हुए पकड़ लिया। पूछताछ में इमरान ने बताया कि वह तो कोरियर कंपनी के संचालक के कहने पर बक्सा लेने आया था।
एसीबी ने इस मामले की जांच गांधीनगर थाने पुलिस को सौंप दी है। थानाधिकारी सुरेंद्र यादव इस मामले की जांच कर रहे हैं। शुरुआती जांच में पता चला है कि व्यापारी विकास जैन को फोन इंदौर से आया हुआ था। अब टीम पूरी जांच में लग गई है जल्द ही इसका खुलासा हो सकता है।