होमइंडिया
राज्य | राजस्थानमध्यप्रदेशदिल्लीउत्तराखंडउत्तरप्रदेश
मनोरंजनटेक्नोलॉजीस्पोर्ट्स
बिज़नेस | पर्सनल फाइनेंसक्रिप्टोकरेंसीबिज़नेस आईडियाशेयर मार्केट
लाइफस्टाइलहेल्थकरियरवायरलधर्मदुनियाshorts

ICC World Cup 2023 : वर्ल्ड कप में पहली बार होंगे ये बड़े बदलाव, फैंस का मजा नहीं होगा खराब

05:35 PM Oct 02, 2023 IST | Mukesh Kumar

ICC World Cup 2023 : भारत की मेजबानी में आईसीसी वनडे वर्ल्ड कप 2023 का आगाज 5 अक्टूबर को होने वाला है। इस टूर्नामेंट का पहला मैच डिफेंडिंग चैम्पियन इंग्लैंड और न्यूजीलैंड के बीच खेला जायेगा। इस मेगा टूर्नामेंट का फाइनल मुकाबला 19 नवंबर को अहमदाबाद में होगा। इस वर्ल्ड कप में ऐसी कुछ चीजें होंगी जो पहले कभी नहीं हुई हैं, कई नियमों में बदलाव किया गया हैं, जिससे फैंस खुशी से झूम उठे है, आइए जानते हैं पहली बार होने वाले उन नियमों के बारे में।

यह खबर भी पढ़ें:-World Cup Records : विश्व कप में इन 5 खिलाड़ियों का रिकॉर्ड तोड़ना असंभव, 2 पर है क्रिकेट के भगवान का

पहली बार वर्ल्ड कप से बाहर हुई वेस्टइंडीज
क्रिकेट इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम वनडे विश्व कप का भाग नहीं है। 1975 और 1979 के वर्ल्ड कप में तो विंडीज ने क्लाइव लॉयड की कप्तानी में विश्व कप का खिताब जीता था। लेकिन अबकी बार वर्ल्ड कप के लिए क्वालिफाई नहीं कर पाई है। बता दें कि इस बार वर्ल्ड कप में कुल 10 टीमें भाग ले रही हैं। 8 टीमों ने तो पहले ही अपनी जगह पक्की कर ली थी। जबकि क्वालिफायर खेलने वाली वेस्टइंडीज बाहर हो गई है।

बाउंड्री काउंट का नियम नहीं होगा
बता दें कि वर्ल्ड कप 2019 में बाउंड्री काउंट नियम ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उस टूर्नामेंट का फाइनल मैच इंग्लैंड और न्यूजीलैंड के बीच टाई हो गया था। इसके बाद मुकाबले के नतीजे के लिए सुपर ओवर खेला गया था, वो भी टाई हुआ था, तब आईसीसी ने बाउंट्री काउंट नियम से नतीजा निकला था।

उस मुकाबले में सबसे ज्यादा बाउंड्री लगाने के चलते इंग्लैंड को चैम्पियन घोषित किया गया था। तब इस नियम की वजह से काफी बवाल मचा था। फैंस ने भी इस नियम की काफी आलोचना की थी। इसके बाद आईसीसी ने यह नियम ही बदल दिया था। यदि सुपर ओवर में भी मैच टाई होता है, तो जब तक मैच का हल नहीं निकले सुपर ओवर कराए जायेंगे। इसके अलावा आईसीसी ने पिचों पर ज्यादा घास रखने के लिए कहा है। साथ ही बाउंड्री का साइज 70 मीटर से कम नहीं होना चाहिए।

Next Article