'गहलोत साब ने अपने आदमी भेजे हैं'…गृहमंत्री की सभा में गूंजा ERCP का मुद्दा, शाह ने लाल डायरी पर घेरा
Amit Shah in Rajasthan: राजस्थान में चुनावी सरगर्मियां बढ़ने के बाद केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने शनिवार को राजस्थान के गंगापुर सिटी से गहलोत सरकार पर हमला बोला. गंगापुरसिटी में प्रदेश स्तरीय किसान सहकारिता सम्मेलन को संबोधित करने पहुंचे शाह ने कहा कि पीएम मोदी ने किसानों की 75 साल पुरानी मांग को पूरा किया और जो काम कभी देश में नहीं हुए वो काम मोदी जी कर रहे हैं.
वहीं शाह ने सीएम अशोक गहलोत पर लाल डायरी को लेकर निशाना साधा. इसके अलावा शाह के संबोधन के दौरान ईआरसीपी को लेकर वहां नारेबाजी हुई तो गृहमंत्री ने भारत माता की जय के नारे लगवाए.
बता दें कि चुनावों से पहले गृहमंत्री का यह दौरा सियासी तौर पर काफी अहम माना जा रहा है. दरअसल पूर्वी राजस्थान कांग्रेस का गढ़ है जहां 2018 के चुनावों में बीजेपी की करारी हार हुई थी. वहीं सहकारिता सम्मेलन में शाह के साथ लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, राजेंद्र राठौड़ और बीजेपी सांसद किरोड़ीलाल मीणा भी मौजूद रहे.
लाल डायरी पर शाह का हमला
वहीं गहलोत सरकार हमला करते हुए शाह ने कहा कि आज-कल राजस्थान के मुख्यमंत्री गहलोत जी लाल रंग की डायरी से बहुत डर रहे हैं, क्योंकि उस डायरी में अनेक काले कारनामे छुपे हैं. उन्होंने कहा कि डायरी का रंग भले ही लाल है लेकिन उसके अंदर काले कारनामे और अरबों के भ्रष्टाचार का कच्चा चिट्ठा दर्ज है.
उन्होंने आखिर में तंज कसते हुए कहा कि राजस्थान की जनता से मेरा एक आग्रह है कि अपने घर में लाल रंग की डायरी मत रखना वरना गहलोत जी नाराज हो जाएंगे. वहीं इससे पहले शाह ने कहा कि पीएम मोदी ने किसानों की 75 साल की मांग को पूरा कर अलग से सहकारिता मंत्रालय बनाया.
शाह ने कहा कि आज चंद्रमा पर हमारा चंद्रयान-3 पहुंचा, यह हमारे भारत के लिए बड़ी उपलब्धि है और कांग्रेस ने इस पर काम किया होता तो आज नारे लगाने की नौबत नहीं आती.
फिर गूंजा ERCP का मुद्दा
वहीं शाह के भाषण के दौरान बीच ERCP की मांग को लेकर नारेबाजी होने लगी जहां ERCP को राष्ट्रीय परियोजना घोषित करने की मांग सभा के दौरान उठी. वहीं शाह ने भीड़ को शांत करते हुए कहा कि गहलोत जी ने अपने आदमी भेजे हैं नारे लगाने के लिए, सभी लोग बैठ जाओ, ये लोग कुछ देर में थक कर चले जाएंगे.
शाह ने इसके बाद तंज कसते हुए कहा कि अगर यही काम चंद्रयान के लिए किया होता, अगर किसानों के लिए कुछ काम किया होता तो आज नारे लगाने की जरूरत नहीं पड़ती. मालूम हो कि हाल में केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को भी ईआरसीपी को लेकर विरोध झेलना पड़ा था.
'2024 से पहले 2023 जिताओ'
शाह ने अपने सम्बोधन में कहा कि 2024 में फिर से मोदी जी को PM बनाना चाहते हैं या नहीं चाहते?' उन्होंने पूछा कि 2024 में सब की सब सीटें BJP को देंगे ना. वहीं उन्होने कहा कि 2024 से पहले 2023 का चुनाव आ रहा है जहां आपको गहलोत सरकार का तख्तापलट करना है और पीएम मोदी के हाथ मजबूत करने है.
वहीं शाह ने बिजली संकट को लेकर निशाना साधते हुए कहा कि राजस्थान में बिजली खरीद में धांधली हो रही है क्योंकि सीएम गहलोत बिजली के उत्पादन में विश्वास नहीं करते हैं. मालूम हो कि बीते दिनों वसुंधरा राजे ने भी बिजली संकट को लेकर निशाना साधते हुए कहा था कि सरकार के पास कोयला खरीद और बिजली खरीद का रोडमैप नहीं है.