राजस्थान के सीमावर्ती जिलों में हाई अलर्ट, खाली कराए जा रहे पाकिस्तान बॉर्डर के पास बसे गांव
राजस्थान के सीमावर्ती इलाकों में गुरुवार की रात मुश्किल भरी रही। 'ऑपरेशन सिंदूर' की सफलता से बौखलाए पाकिस्तान ने बदला लेने के लिए जैसलमेर, बीकानेर और श्रीगंगानगर समेत देशभर के प्रमुख सैन्य ठिकानों पर ड्रोन और मिसाइलों से हमला किया। हालांकि, भारतीय सेना ने इसका मुंहतोड़ जवाब दिया और एस-400 डिफेंस सिस्टम की मदद से हवा में ही सभी मिसाइलों और ड्रोन को नष्ट कर दिया। अब कई जगहों से इनके मलबे बरामद हो रहे हैं, जिससे पाकिस्तानी हमलों की पुष्टि होती है। शनिवार सुबह हालात सामान्य हैं और लोग पहले की तरह घरों से निकलकर अपने-अपने काम पर जा रहे हैं।
6 से ज्यादा जिलों में रेड अलर्ट
पहलगाम आतंकी हमले के बाद दोनों देशों के बीच इस तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए राजस्थान के आधा दर्जन से ज्यादा जिलों में रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है। रेलवे और पुलिस कर्मियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं। अगले आदेश तक स्कूल बंद कर दिए गए हैं। परीक्षाएं स्थगित कर दी गई हैं। मेडिकल स्टाफ और फायर ब्रिगेड को हाई अलर्ट पर रखा गया है। धार्मिक स्थलों और अस्पतालों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। पाकिस्तानी हमले को नाकाम करने के लिए कई जिलों में पूरी तरह ब्लैकआउट भी रखा गया, ताकि लोगों को सुरक्षित रखा जा सके।
सीएम भजनलाल ने की उच्च स्तरीय बैठक
राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा खुद जयपुर से इन हालातों पर नजर रखे हुए हैं। बीती रात जैसलमेर में धमाकों की आवाज सुनाई देने के बाद सीएम ने भी बड़ी बैठक की और हर संभव कार्रवाई के निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने विधायक जेठानंद व्यास से भी फोन पर बात की और ब्लैकआउट, अस्पतालों में ब्लड बैंकों की स्थिति जैसे सवालों के जवाब लिए। इस दौरान सीएम ने कहा कि कार्यकर्ताओं को तैयार रखें। जरूरत पड़ने पर जनसेवा भी करें।