'मुख्यमंत्री जी! हम पर इतना अत्याचार क्यों? सामने खड़ा कर गोली ही मार दो', पुलिस की कथित मारपीट पर बोलीं वीरांगना मंजू जाट
आज मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मिलने जा रहीं वीरांगनाओं से पुलिस से धक्का-मुक्की और कथित मारपीट के बाद शहीद रोहिताश की पत्नी और वीरांगना मंजू जाट घायल हो गई थीं, जिसके बाद उन्हें SMS अस्पताल में भर्ती कराया था। यहां से मंजू जाट ने एक बयान दिया है, जिसमें वह यह कहती नजर आ रही हैं कि मुख्यमंत्री जी हमारे साथ इतना अत्याचार क्यों कर रहे हैं, हम से 2 मिनट मिलने का समय नहीं है, अगर इतना ही अत्याचार करना है तो हमें सामने खड़ा करके गोली मार दो हम तैयार हैं।
वीडियो में बिलखती हुई वीरांगना को देखिए, यह देशसेवा में प्राणों की आहुति देने वाले स्वर्गीय रोहिताश लांबा जी की पत्नी श्रीमती मंजू जाट हैं, जो पुलिस की बर्बर पिटाई के बाद SMS अस्पताल में भर्ती है। अब आप आंखों को नम करके सोचिए कि प्रदेश में सत्ता में कैसे पत्थर-दिल लोग बैठे हैं! pic.twitter.com/Q5gso5pppT
— Dr.Kirodi Lal Meena (@DrKirodilalBJP) March 4, 2023
इस वीडियो में मंजू जाट कह रही हैं कि आज हम मुख्यमंत्री जी से मिलने जा रहे थे लेकिन पुलिस वालों ने हमें रोक दिया, हमें रोका ही नहीं हमें मारा-पीटा भी और यह सिर्फ आज नहीं हुआ है तीन दिन पहले भी यही हुआ था। हमारी गलती क्या है हमारे पति जब शहीद हुए थे बॉर्डर पर तब वहां पर हम से मिलने कई कई मंत्री आए थे बड़ी-बड़ी बातें करके गए थे लेकिन जब आज हम यहां उन बातों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं, मुख्यमंत्री जी से मिलने आ रहे हैं, तब आप हमें 2 मिनट का भी समय नहीं दे सकते। हम पर इतना अत्याचार क्यों कर रहे हैं? हमारे पति बॉर्डर पर शहीद हो गए, तो हमें भी अपने सामने खड़ा करके गोली मार दीजिए हम तैयार हैं लेकिन इस तरह का अत्याचार मत करिए।
राज्यसभा सांसद श्री @DrKirodilalBJP जी ने पुलवामा आतंकी हमले में शहीदों की वीरांगनाओं के साथ माननीय राज्यपाल श्री कलराज मिश्र जी से राजभवन में मुलाकात की। pic.twitter.com/O7MmyVWPqa
— Raj Bhavan Rajasthan (@RajBhavanJaipur) March 4, 2023
शहीदों की वीरांगनाओं के साथ शहीद स्मारक पर धरना दे रहे किरोड़ी लाल मीणा ने यह वीडियो अपने ट्विटर अकाउंट पर शेयर किया है। आज किरोड़ी लाल मीणा इन वीरांगनाओं के साथ राजभवन में राज्यपाल कलराज मिश्र को ज्ञापन देने गए थे जहां पर राज्यपाल कलराज मिश्र ने इन वीरांगनाओं से मुलाकात की और इनकी व्यथा सुनी।