हनुमान बेनीवाल ने प्रदेश सरकार के खिलाफ खोला मोर्चा, पेपर लीक मामले की CBI जांच की मांग
जयपुर। राजस्थान में शिक्षक भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले पर सियासती बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। विपक्ष लगातार इस मुद्दे को लेकर प्रदेश सरकार पर हमला बोल रहा है। बीजेपी और बेराजगार संगठनों के साथ ही अब राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी ने भी पेपर लीक को लेकर गहलोत सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। पेपर लीक के विरोध में मंगलवार को रालौपा सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल के नेतृत्व कार्यकर्ता और युवा जयपुर के शहीद स्मारक पर प्रदर्शन कर रहे हैं। इस दौरान हनुमान बेनीवाल ने आरोप लगाया कि पेपर लीक माफिया का सरकार से गठजोड़ है। इसी कारण मास्टरमांइड की अब तक गिरफ्तारी नही हो पाई है। साथ ही उन्होंने पेपर लीक मामलों की सीबीआई से जांच करवाने की मांग की।
शहीद स्मारक पर प्रदर्शन के दौरान हनुमान बेनीवाल ने कहा कि मास्टर माइंड सुरेश ढाका और भूपेंद्र सारण का नाम रीट पेपर लीक मामले में भी सामने आया था। लेकिन, एसओजी की टीम पहले ही तरह अब भी खाली हाथ है। पेपर लीक के विरोध में अब हम मुख्यमंत्री आवास की ओर कूच करेंगे और सीएम आवास का घेराव करेंगे। आज हजारों की संख्या में नौजवान यहां आए है।
मुख्यमंत्री गहलोत पर निशाना साधते हुए बेनीवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पेपर लीक मामले में जो क्लीन चिट दे रहे हैं, वो सही नहीं है। बीजेपी भी मिली हुई, इसलिए वो सीबीआई जांच की मांग नहीं कर रही है। लेकिन, हमारी पार्टी युवाओं और किसानों की मांगों के लिए लगातार संघर्ष कर रही है। बेनीवाल ने गहलोत सरकार से पेपर लीक मामले की सीबीआई से जांच की मांग की है।
उन्होंने कहा कि गहलोत सरकार के कई मंत्री और विधायक लूट खसोट में लगे हुए है। कई महकमें तो ऐसे है, जहां पैसे दो और तबादला कराओ। मुख्यमंत्री को ये सारी बातें पता है। बीजेपी और कांग्रेस के राज में प्रदेश में बजरी माफिया खूब पनपे है। अपराधों के मामलों में राजस्थान नंबर एक पर आ गया है। इन सबके लिए गहलोत और वसुंधरा का सिस्टम जिम्मेदार है। उन्होंने कहा कि हम सेकेंड ग्रेड टीचर पेपर लीक मामले सहित अन्य पेपर लीक मामलों की सीबीआई से जांच कराने की मांग कर रहे है। हम पीछे नही हटेंगे और जब तक हमारी मांगे मानी नही जाती, हम लगातार प्रयास करते रहेंगे।