Israel-Hamas War: इजरायल की सर्जिकल स्ट्राइक, मारा गया हमास का डिप्टी चीफ, US ने रखा था इनाम
Israel-Hamas War: हमास और इजरायल के बीच करीब 3 महीने से युद्ध जारी है। इस युद्ध में अब तक हजारों लोगों की मौत हो चुकी है और अब भी युद्ध थमने का नाम नहीं ले रहा है। 7 अक्टूबर से जारी इस लड़ाई में हमास के कई लड़ाके मारे जा चुके हैं। मंगलवार रात को हमास के डिप्टी चीफ सालेह अल अरौरी के ड्रोन हमले में मारे जाने की खबर है। अरौरी बेरूत के दक्षिणी उपनगर दाहियाह में इजरायली हमले का निशाना बना जो कि लेबनानी आतंकवादी ग्रुप हिजबुल्लाह का गढ़ है। अरौरी के मारे जाने पर जब इजरायली सेना से पूछा गया तो उसने विदेशी मीडिया से आई खबरों का जवाब देने से इनकार कर दिया।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इजरायली ड्रोन ने हमास के कार्यालय को निशाना बनाया। इस महले में कुल चार फलस्तीनी और तीन लेबनानी मारे जाने की खबर है। 7 अक्टूबर से जारी हमास और इजरायल के बीच युद्ध में ऐसा पहली बार हुआ है जब किसी फलस्तीनी ग्रुप के किसी अधिकारी की पहली टारगेटेड किलिंग है।
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इजरायल ने नहीं ली हमले की जिम्मेदारी
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के सलाहकार मार्क रेगेव ने MSNBC को बताया कि इजरायल ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है, लेकिन जिसने भी यह किया है, यह स्पष्ट होना चाहिए कि यह लेबनानी राज्य का हमला नहीं था। उन्होंने कहा कि जिसने भी यह किया उसने हमास नेतृत्व के खिलाफ सर्जिकल स्ट्राइक की है।
अमेरिका ने अरौरी पर रखा था 5 मिलियन डॉलर का इनाम
अरौरी हमास के पोलित ब्यूरो का उप प्रमुख और इसकी शाखा, कासिम बिग्रेड का संस्थापक था। अमेरिका, जो हमास को एक आतंकवादी समूह कहता है। अमेरिकी ने पिछले साल अरौरी के बारे में जानकारी देने वाले को 5 मिलियन डॉलर का इनाम देने की पेशकश की थी।
हमास ने की अरौरी की हत्या की पुष्टि
हमास ने अरौरी की हत्या की पुष्टि की और कहा कि कासिम बिग्रेड के अधिकारी समीर फिंडी अबू आमेर और अज्जम अल-अकरा अबू अम्मार भी मारे गए। हमास प्रमुख इस्माइल हानियेह ने मंगलवार को कहा कि अरौरी की हत्या एक आतंकवादी कृत्य है, जो लेबनान की संप्रभुता का उल्लंघन है और फस्तीनियों के खिलाफ इजरायल की शत्रुता का विस्तार है।
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इस्लामिक जिहाद ने अरौरी की हत्या का बदला लेने की कसम खाते हुए कहा, 'यह अपराध बख्शा नहीं जाएगा और कब्जा हटाए जाने तक प्रतिरोध जारी रहेगा।' वहीं ईरान ने कहा कि इस हत्या से इजरायल के खिलाफ लड़ाई और तेज होगी। सैकड़ों लोग जवाबी कार्रवाई की मांग करते हुए सड़कों पर उतर आए हैं और चिल्ला रहे हैं 'बदला बदला'।