जयपुर में पूर्व डीजी ने हवलदार के जड़ा थप्पड़, धर्म और राज्य को लेकर की विवादित टिप्पणी
जयपुर। राजस्थान पुलिस के सेवानिवृत्त आईपीएस नवदीप सिंह ने कानून अपने हाथ में लेकर एक बार फिर पूरे पुलिस विभाग को कलंकित किया है। पूर्व डीजी नवदीप सिंह ने एनसीसी के एक हवलदार को ना केवल उसके धर्म और राज्य को लेकर उकसाने वाली धार्मिक टिप्पणी की बल्कि एनसीसी के इस हवलदार को पीट भी दिया। एनसीसी के हवलदार ने पूर्व डीजी नवदीप सिंह के खिलाफ बनीपार्क थाने में मारपीट का मामला दर्ज कराया है। रिपोर्ट में एनसीसी के हवलदार ने बताया कि वह कपूवाड़ा जम्मू कश्मीर का निवासी है।
जानकारी के अनुसार, यह घटना 10 फरवरी करीब शाम 6:30 से 7:00 बजे के बीच की है। हवलदार यूनिट राज. कोय NCC रामनिवास बाग, लालकोठी में तैनात है। जब एनसीसी हवलदार इम्तियाज शेख आर्मी एरिया स्थित अपने घर जाने के लिए बनीपार्क में शक्ति गेट पहुंचे। गेट से पहले इम्तियाज ने अपनी गाड़ी रोकी और अपना पहचान पत्र दिखाने सुरक्षा गार्ड के पास गए। गार्ड से स्वीकृति मिलने पर इम्तियाज ने जब अपनी गाड़ी आगे बढ़ाई तो उनकी गाड़ी पीछे से आ रही एक फॉर्च्यूनर कार से टकरा गई। इम्तियाज अपनी कार को आगे पार्क करके वापस फॉर्च्यूनर के पास लौटे।
इसी दौरान फॉर्च्यूनर कार के मालिक नवदीप सिंह ने इम्तियाज का नाम-पता पूछा। इम्तियाज ने अपना परिचय देते हुए कहा कि वह कश्मीर से है और आर्मी में हवलदार है। इस पर नवदीप सिंह ने हवलदार के कश्मीरी मुसलमान होने पर ना केवल अभद्र भाषा का प्रयोग किया बल्कि इम्तियाज को थप्पड़ भी मार दिया। साथ ही उन्होंने कहा कि आज तक मैने जिसे मारा है उसके कान के पर्दे फट गए है। चाहो तो चैक करवा लेना। वहीं नवदीप सिंह ने खुद को राजस्थान पुलिस का डीजी बताते हुए फॉर्च्यूनर कार को ठीक करवाने का खर्चा देने को कहा। इस दौरान पूर्व डीजी नवदीप सिंह ने इम्तियाज की पत्नी से भी अभद्र भाषा में बात की। इस घटना के तुरंत बाद हवलदार इम्तियाज शेख बनीपार्क थाने पहुंचे और अपनी आपबीती सुनाई।
मुख्यमंत्री के हर रिपोर्ट दर्ज करने के क्रम में बनीपार्क थाने में एफआईआर तो दर्ज कर ली, लेकिन अपने पूर्व अधिकारी को सस्ते में छोड़ने का भी जतन साथ ही कर दिया गया। बावजूद सुरक्षा गार्ड का सामने खुलेआम धार्मिक उन्माद भाषा का इस्तेमाल करने, मारपीट करने के और सेवानिवृत्त होने के बावजूद खुद को राजस्थान पुलिस का डीजी बताकर धमकाने के आईपीसी की धारा 153 एक और 170 जैसी धाराएं नहीं लगाई गई हैं।
गौरतलब है नवदीप सिंह इससे पहले भी अवैध कब्जे के प्रयास, ट्रेस पासिंग, हत्या की धमकी जैसे मामलों में लिप्त रहें हैं, लेकिन अपने रसूख का बेजा इस्तेमाल कर हर बार बचते रहें हैं।