जेएलएन अस्पताल में 70 वर्षीय वृद्धा के सिर में से निकाला आधा किलो का ट्यूमर, चिरंजीवी योजना के तहत हुआ इलाज
अजमेर। शहर से जेएलएन अस्पताल में महिला के ब्रेन की टिपिकल सर्जरी करके सफलतापूर्वक ट्यूमर निकाला गया। महिला के सिर में लगभग आधा किलो की गांठ थी। जिसे उसकी हालत बेहद खराब हो गई थी।
जेएलएन अस्पताल के अधीक्षक डॉ. नीरज गुप्ता ने बताया कि ब्यावर क्षेत्र की रहने वाली 70 वर्षीय बुजर्ग महिला सिर दर्द और उल्टी से परेशान थी। उसके सिर में आगे की तरफ गांठ थी। यह गांठ पिछले एक साल में बहुत बड़ी हो गई। इससे मरीज को चक्कर आने लगे तथा बहकी-बहकी बातें करने लगी। मरीज ने ब्यावर और अजमेर में कई चिकित्सकों को दिखाया। उसको समस्या से आराम नहीं मिला। बाद में उसके हाथ पांव में कमजोरी आने लगी तो उसने 31दिसंबर को न्यूरो सर्जरी वार्ड में डॉ. सुशील आचार्य को आउटडोर में दिखाया। डॉ. आचार्य ने उसकी निःशुल्क एमआरआई कराई।
ब्रेन और सिर की हड्डी को छेदते हुए निकला बाहर
महिला की एमआरआई में ‘एटीपिकल ओस्टियोलिटिक मेनिंगीयोमा ट्यूमर’ निकला। उन्होंने बताया कि एमआरआई की रिपोर्ट के अनुसार सिर के आगे के हिस्से में ट्यूमर था। यह सिर के अंदर ब्रेन में और सिर की हड्डी को छेद कर बाहर निकल रहा था। ट्यूमर ने ब्रेन के साइनस को ब्लॉक कर रखा था। डॉ. आचार्य ने उसे तुरंत ऑपरेशन कराने की सलाह दी।
चिरंजीवी योजना के तहत हुए इलाज
डॉ. शिव कुमार बुनकर नेमेलिग्नेंसी मेटास्टेसिस के लिए उसे सर्जिकल क्लीयरेंस दी। ऑपरेशन के लिए एनेस्थीसिया के डॉ. अरविंद खरे को ऑपरेशन फिटनेस के लिए दिखाया गया। डॉ. वीणा पाटोदी के मार्गदर्शन में मरीज को एनेस्थीसिया के लिए तैयार कराया गया। ऑपरेशन में काम आने वाले सामान को मुख्यमंत्री निःशुल्क योजना से प्रधानाचार्य डॉ. वी. बी. सिंह ने मरीज को चिरंजीवी योजना में निःशुल्क उपलब्ध कराया।
चिरंजीवी योजना में इसका एक लाख रूपए का पैकेज था। ऑपरेशन के दौरान मरीज की गहन मॉनिटरिंग के लिए सेंट्रल लाइन एवं आर्टिरियल लाइन डाली गई। डॉ. सुशील आचार्य ने बताया कि डॉ. वीणा पटौदी ,डॉ. वीणा माथुर और डॉ. खरे तथा डॉ. कुलदीप ने मरीज को बेहोश किया। न्यूरो सर्जरी विभाग के डॉ. सुशील आचार्य एवं डॉ. गोगराज ने मरीज के सिर की हड्डी काटकर क्रेनियेक्टोमी की। ट्यूमर को बल्क में पूरा निकाला।ट्यूमर सिर की हड्डी से बाहर निकला था और ब्रेन में फंसा हुआ था। इसका आकार 10 गुणा 10 गुणा 5 सेंटीमीटर था।
सिर की नई हड्डी का किया फिर से निर्माण
ट्यूमर निकालने के बाद डॉ. आचार्य ने बोन सीमेंट की मदद से फिर से सिर की नई हड्डी का पुनर्निर्माण किया। ऑपरेशन के बाद मरीज को आईसीयू में मॉनिटरिंग के लिए रखा गया। मरीज को पोस्ट ऑपरेटिव में कोई भी समस्या नहीं हुई।
मरीज को ऑपरेशन से पहले होने वाली समस्याओं से निजात मिलने लगी है। ऑपरेशन के दौरान रेजिडेंट डा. प्रेरक, डॉ. कपिल, डॉ. दक्षिणा, नर्सिंग स्टाफ राम सिंह, वंदना और सहायक कर्मचारी साजन का सहयोग रहा। मरीज ऑपरेशन के बाद अब मरीज पूरी तरह ठीक है। ले रही है। जल्द ही उसे छुट्टी दे दी जाएगी।