चित्तौड़गढ़ में गायनिक सर्जन रिश्वत लेते ट्रैप, प्रसूता का ऑपरेशन से प्रसव कराने के लिए मांगी घूस
चित्तौड़गढ़। प्रदेश में भ्रष्टाचार में संलिप्त विभिन्न विभागों के बड़े अधिकारी और कर्मचारी लगातार एसीबी की रडार पर हैं। एसीबी आए दिन भ्रष्टाचारियों के खिलाफ कार्रवाई करने में जुटी हुई है। अलवर के बाद चित्तौड़गढ़ में एसीबी की टीम ने बड़ी कार्रवाई की है। चित्तौड़गढ़ एसीबी ने निंबाहेड़ा में ट्रैप की कार्रवाई की।
एसीबी टीम ने निंबाहेड़ा के राजकीय अस्पताल के चिकित्सक को रिश्वत लेते ट्रैप किया है। चित्तौड़गढ़ एसीबी ने स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. रितेश जैन को 4,500 रुपये की रिश्वत लेते हुए ट्रैप किया। चितौड़गढ़ के पुलिस निरीक्षक दयाल लाल चौहान के नेतृत्व में टीम ने कार्रवाई को अंजाम दिया। फिलहाल, एसीबी की टीम आरोपी से पूछताछ में जुटी हुई है।
एसीबी के एडीजी हेमन्त प्रियदर्शी (अतिरिक्त चार्ज महानिदेशक) ने बताया कि वसीम नाम के एक व्यक्ति ने पत्नी की डिलीवरी करवाई थी, लेकिन डिलिवरी से पहले डॉक्टर ने मरीज के परिजन से प्रसव करने के लिए 5500 रुपये की डिमांड की थी। जिसमें डॉक्टर ने रात को घर पर बुला कर परिवादी से 1000 रुपये ले लिए। इसके बाद परिवादी द्वारा उदयपुर एसीबी को शिकायत दी गई थी। परिवादी ने शिकायत में बताया कि उसकी पत्नी के प्रसव के लिए चिकित्सालय में भर्ती होने पर ऑपरेशन करने की एवज में डॉ. रितेश जैन चिकित्साधिकारी द्वारा 5 हजार रुपये रिश्वत राशि मांग कर परेशान किया जा रहा है।
जिस पर उदयपुर एसीबी के डीआईजी राजेंद्र प्रसाद गोयल के सुपरवीजन में चितौड़गढ़ के पुलिस निरीक्षक दयाल लाल चौहान के निर्देशन में शिकायत का सत्यापन किया। जिसके बाद गुरुवार को चितौड़गढ़ एसीबी टीम द्वारा ट्रैप की कार्रवाई को अंजाम दिया गया। परिवादी द्वारा जैसे ही डॉक्टर के घर पर पहुंच कर 4500 रुपए देता है। आरोपी डॉक्टर रितेश जैन को चित्तौड़गढ़ एसीबी के एएसपी कैलाश सिंह सांदू, सीआई दयाल सिंह चौहान और टीम गिरफ्तार कर लेती है। उदयपुर एसीबी के डीआईजी राजेंद्र प्रसाद गोयल के निर्देशन में आरोपी से पूछताछ की जा रही है। एसीबी द्वारा मामले में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के अन्तर्गत प्रकरण दर्ज कर अग्रिम अनुसंधान किया जाएगा।
अलवर में अधीक्षण अभियंता को 6 लाख रुपए की रिश्वत लेते दबोचा…
बता दें कि बुधवार को एसीबी ने अलवर में बड़ी कार्रवाई करते हुए अधीक्षण अभियंता को गिरफ्तार किया था। अलवर एसीबी की टीम ने क्वालिटी कंट्रोलर अधीक्षण अभियंता रामेश्वर सिंह को 6 लाख रुपए की रिश्वत लेते ट्रैप किया। आरोपी बिल पास करने के एवज में 10 लाख रुपए की रिश्वत मांग रहा था। एएसपी विजय सिंह के नेतृत्व में टीम ने कार्रवाई को अंजाम दिया। आरोपी ने सड़क निर्माण कार्य के तीन करोड़ के बिल पास करने की एवज में 10 लाख रुपए की रिश्वत मांगी थी। रामेश्वर सिंह जाटव पूर्व में चार लाख रुपए की रिश्वत ले चुका है।