विधानसभा की सदस्यता से गुलाबचंद कटारिया ने दिया इस्तीफा, 22 फरवरी को लेंगे राज्यपाल की शपथ
जयपुर। नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया ने गुरुवार को विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। असम का राज्यपाल बनाए जाने पर कटारिया ने विधायक पद और सदस्यता से इस्तीफा दिया है। गुलाबचंद कटारिया ने विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी को इस्तीफा सौंपा। इसके बाद गुलाबचंद कटारिया को गुरुवार शाम को विधानसभा में विदाई दी गई। गुलाब चंद कटारिया का आज विधानसभा में विधायक के तौर पर अंतिम दिन रहा।
बता दें कि विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी और गुलाबचंद कटारिया दोनों एक दूसरे के प्रति विशेष सम्मान रखते हैं। इसी के चलते अध्यक्ष सीपी जोशी भी सदन में उनका विदाई समारोह चाहते थे। इसके लिए विधानसभा स्पीकर की तरफ से कटारिया के सम्मान में डिनर का आयोजन भी रखा गया है। गुलाब चंद कटारिया की गुरुवार शाम को होने वाले विदाई समारोह में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से लेकर उनके सहपाठी रहे स्पीकर सीपी जोशी उनसे जुड़ी यादों को साझा किया।
गुलाबचंद कटारिया 17 से 20 फरवरी तक उदयपुर में रहेंगे। इस दौरान कटारिया मेवाड़ के लोगों और अपने शुभचिंतकों से भी मुलाकात करेंगे। इसके बाद 21 फरवरी को गुलाबचंद कटारिया असम पहुंचेंगे। यहां अगले ही दिन यानी 22 फरवरी को गुवाहाटी राजभवन में उनका शपथ ग्रहण कार्यक्रम होगा।
बता दें कि राजस्थान विधानसभा में गुलाब चंद कटारिया की छवि एक बेबाक नेता की रही हैं। चाहे वे सरकार में रहे हों या विपक्ष में, उन्होंने हमेशा अपनी बात को बेबाकी से रखा। विधानसभा में कई बार ऐसा मौका भी आया जब कटारिया अपनी ही सरकार के खिलाफ खड़े हुए। वहीं ऐसे भी कुछ भावुक क्षण आए जब भरे सदन में गुलाबचंद कटारिया रो पड़े।
अब असम की जिम्मेदारी निभाएंगे कटारिया…
बता दें कि 12 फरवरी को उदयपुर शहर विधायक गुलाब चंद कटारिया को असम का राज्यपाल बना दिया गया है। गुलाबचंद कटारिया राजस्थान भाजपा के वरिष्ठ नेताओं में शुमार हैं। वे उदयपुर से 8 बार के विधायक हैं और एक बार बार लोकसभा के सदस्य भी रह चुके हैं। कटारिया पार्टी की केन्द्रीय कार्य समिति के सदस्य हैं। राजस्थान की बीजेपी सरकार में गुलाबचंद कटारिया गृह मंत्री रहे हैं।