Gramin Olympic : हॉकी स्टिक लेकर मैदान में उतरे CM गहलोत
Gramin Olympic : मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बुधवार को उदयपुर में राजीव गांधी ग्रामीण खेलों का जायजा लेने पहुंचे। इस दौरान गहलोत (Ashok Gehlot) ने खेल मैदान में पहुंचकर हॉकी और कबड्डी के खिलाड़ियों से मुलाकात की और खिलाड़ियों से हाथ मिलाकर परिचय किया। परिचय के बाद टॉस करवाकर और हॉकी स्टिक से शॉट मारकर हॉकी मैच का शुभारंभ किया। कबड्डी मैदान पर भी टॉस करवाया और खुद कबड्डी खेलकर खिलाड़ियों को प्रोत्साहित किया। मुख्यमंत्री ने दोनों ही जगहों पर विभिन्न विकास कार्यों का शिलान्यास और लोकार्पण किया। इस दौरान उन्होंने मैदान में खिलाड़ियों से मुलाकात की और उन्हें प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा कि राजीव गांधी ग्रामीण ओलम्पिक खेलों में उम्र का कोई बंधन नहीं रखा गया। मैदान में हर वर्ग और बुजुर्ग से लेकर युवा खिलाड़ी एक साथ बिना किसी भेदभाव के हिस्सा ले रहे हैं। इससे गांवों में आपसी मेलजोल और भाईचारे का माहौल बना है।
8 लाख किसानों के बिजली बिल शून्य
सीएम गहलोत (Ashok Gehlot) ने कहा कि इस बार प्रदेश में वर्षा अच्छी हुई, जिससे रबी की फसल का रकबा भी बढ़ा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 8 लाख किसानों के बिजली बिल शून्य हो गए हैं। इससे उन्हें आर्थिक संबल मिला है। उन्होंने कहा कि सामाजिक सुरक्षा सरकार का ध्येय है। इसी के तहत प्रदेश में एक करोड़ बुजुर्गों को सामाजिक सुरक्षा के तहत पेंशन दी जा रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में शिक्षा के लिए 3 साल में 211 महाविद्यालय खोले हैं, जिनमें 90 कन्या महाविद्यालय हैं। साथ ही, जिस विद्यालय में 500 बालिकाएं अध्ययनरत हैं, वहां महाविद्यालय शुरू किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार शिक्षा, रोजगार, स्वास्थ्य, आधारभूत ढांचा विकास सहित समस्त क्षेत्रों में कार्य कर रही है।
महिला मुखियाओं को मिलेगा स्मार्ट फोन
मुख्यमंत्री (Ashok Gehlot) ने बताया कि सरकार राज्य की एक करोड़ 35 लाख महिलाओं को मोबाइल फोन इन्टरनेट कनेक्शन के साथ उपलब्ध कराने जा रही है। राज्य सरकार ने हाल ही में इंदिरा गांधी शहरी रोजगार गारंटी योजना लागू कर 100 दिवस का रोजगार उपलब्ध कराकर बेरोजगारों को संबल प्रदान करने का प्रयास किया है।
लम्पी की रोकथाम के लिए मजबूती से प्रयास
मुख्यमंत्री (Ashok Gehlot) ने कहा कि गोवंश में फैल रही लम्पी स्किन डिजीज की रोकथाम के लिए राज्य सरकार मजबूती के साथ युद्ध स्तर पर हरसंभव प्रयास कर रही है। ऐलोपैथी के साथ ही आयुर्वेद व होम्योपैथी के माध्यम से भी उपचार किया जा रहा है।