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पेपर लीक सरगनाओं की संपत्ति पर सरकार की निगाह, अब भूपेंद्र सारण के करोड़ों के बंगले को तोड़ने की तैयारी!

08:49 AM Jan 11, 2023 IST | Supriya Sarkaar
पेपर लीक सरगनाओं की संपत्ति पर सरकार की निगाह  अब भूपेंद्र सारण के करोड़ों के बंगले को तोड़ने की तैयारी

जयपुर। पेपर लीक गिरोह के फरार सरगनाओं की संपत्ति पर अब सरकार की नजर है। वरिष्ठ अध्यापक भर्ती परीक्षा पेपर लीक के मास्टर माइंड सुरेश ढाका और भूपेंद्र सारण की चल-अचल संपत्ति को लेकर प्रशासन ने कार्रवाई करना शुरू कर दिया है। सोमवार को किराए की बिल्डिंग में चल रहे अधिगम कोचिंग सेंटर पर बुलडोजर चलाने के बाद अब जेडीए रजनी विहार कॉलोनी स्थित भूपेंद्र सारण के करोड़ों के आलीशान बंगले को तोड़ने की तैयारी कर रहा है।

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इसको लेकर मंगलवार को मकान मालिकों को जवाब पेश करने का 72 घंटे का अल्टीमेटम देकर नोटिस चस्पा कर दिया है। हालांकि सुरेश ढाका की वैशाली नगर स्थित संपत्ति अभी जेडीए के बिल्डिंग बायलॉज के नियमों में नहीं आती है। इसलिए उसे नहीं तोड़ा जाएगा।

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जेडीए ने की नाप-जोख

जेडीए के प्रवर्तन दस्ते ने हीरापुरा रजनी विहार कॉलोनी स्थित भूपेंद्र सारण के आवास और वैशाली नगर स्थित एक मॉल में बने सुरेंद्र ढाका के फ्लैट का निरीक्षण कर नाप-जोख की। इसके बाद जेडीए ने सारण के आवास को लेकर विधिक कार्रवाई करते हुए नोटिस जारी किए। हालांकि, सुरेश ढाका का फ्लैट उसके पिता के नाम पर मिला। जो कि ग्रुप हाउसिंग योजना का फ्लैट है, जिसमें कोई अनियमितता नहीं मिली है।

141.55 वर्गगज में बना है आलीशान मकान

जेडीए ने पेपर लीक प्रकरण के मुख्य सरगना भूपेंद्र सारण के निजी आवास 67-सी, रजनी विहार कॉलोनी, हीरापुरा का रिकॉर्ड व मौका निरीक्षण-परीक्षण किया। यह मकान भूपेंद्र सारण व गोपाल सारण के नाम है। यह 45 फीट लंबा व 28 फीट चौड़ा होकर कुल क्षेत्रफल 141.55 वर्गगज का है। इसमें सेटबैक नहीं छोड़े जाने को लेकर जेडीए ने इसे अवैध निर्माण माना और भूखंड स्वामी को धारा 32 जेडीए एक्ट के तहत नोटिस जारी कर 72 घंटे में अपना जवाब देने का समय दिया।

नोटिस लेने को कोई नहीं मिला तो जेडीए ने नोटिस को घर के बाहर चस्पा कर दिया। प्रवर्तन दस्ते के रघुवीर सैनी ने बताया कि यह मकान सेटबैक बॉयलाज विनियमों का उल्लंघन कर बनाया गया है। वर्तमान में जीरो सेटबैक  पर इसका निर्माण किया गया है। 8 मीटर ऊंचाई से ऊपर का 02 मंजिला निर्माण अवैध हैं जो जेडीए की बिना स्वीकृति के अनुमोदन के बनाया हुआ है।

भूपेंद्र के जिस रजनी विहार के मकान पर जेडीए ने नोटिस जारी किया है। इसकी कीमत करीब 1.5 करोड़ आंकी जा रही है। यह मकान भूपेंद्र सारण ने अपने भाई निलंबित सब-इंस्पेक्टर गोपाल विश्नोई के साथ साझे में ले रखा है। इनकी पत्नियों के नाम बगरू विस्तार औद्योगिक क्षेत्र में 1500 वर्ग मीटर कॉमर्शियल लैंड भी है, जिसकी कीमत करोड़ों की है।

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