कांग्रेस राज में काला धन छुपाने के लिए हो रहा सरकारी भवनों का इस्तेमाल : सतीश पूनिया
जयपुर। राजस्थान सचिवालय के पीछे बने सरकार के योजना भवन के डीओआईटी विभाग में शुक्रवार को 2 करोड़ से ज्यादा कैश और सोना मिला। भवन के बेसमेंट में 2 संदिग्ध अलमारियों की चाबी नहीं मिलने के बाद जब इन अलमारियों के ताले तुड़वाए गए तो वहां एक अलमारी में रखी एक ट्रॉली-सूटकेस में 2000 और 500 के नोट मिले जिनकी कीमत 2.31 करोड़ रुपए बताई गई। वहीं अलमारी में एक किलो सोने का एक बिस्किट भी मिला है, इस मामले पर राजस्थान विधानसभा उपनेता प्रतिपक्ष डॉ. सतीश पूनियां ने गृहमंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर केंद्र की एजेंसी से जांच करवाने और दोषियों को कड़ी सजा दिलाने की मांग की है।
पूनियां ने गृहमंत्री से की अपील
सतीश पूनियां ने गृहमंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर आग्रह किया कि, राजस्थान की कांग्रेस सरकार ने पिछले 4.5 सालों में राज्य में भ्रष्टाचार के नए आयाम स्थापित कर दिये हैं। कांग्रेस की अशोक गहलोत सरकार के शासन में अधिकारी, मंत्री, पुलिस एवं निजी कंपनियों की मिलीभगत से राज्य की जनता की कमाई भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ रही है। भ्रष्टाचार की इसी कड़ी में राज्य में भ्रष्टाचार का हाल-ए-बयां करने वाली ऐसी घटना कल 19 मई रात को जयपुर में हुई, जहाँ सचिवालय से कुछ ही कदम दूर योजना भवन के बेसमेंट में एक अलमारी में 2.31 करोड़ रुपये नकद एवं एक किलो सोने की सिल्ली मिली है।
यह घटना कांग्रेस राज में भ्रष्टाचारियों के बुलंद हौंसलों को बयान करती है कि अब सरकारी भवनों का ही इस्तेमाल काला धन एवं अपराध के सबूत छुपाने के लिए हो रहा है। राज्य के मंत्री भी अपनी ही सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगा रहे हैं और इस बात की पूरी संभावना है कि राज्य सरकार इस मामले की निष्पक्ष जांच नहीं करवाएगी एवं दोषियों को बचाने का प्रयास करेगी। पत्र के माध्यम से पूनियां ने गृहमंत्री अमित शाह से निवेदन किया है कि इस मामले की जांच केंद्र की एजेंसी को सौंपी जाए, जिससे कि मामले की निष्पक्ष जांच हो सके एवं घटना में लिप्त दोषियों को सजा मिल सके।