यात्रियों के लिए खुशखबरी… 2.4 लाख करोड़ की लागत से होगा रेलवे का कायापलट, देश में 50 नए एयरपोर्ट बनेंगे
नई दिल्ली। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को अपने 5वें बजट में रेल व हवाई यात्रियों को भी खुशखबरी दी। उन्होंने बताया कि रेलवे का कायापलट करने के लिए 2.4 लाख करोड़ रुपए का निवेश किया जाएगा। वहीं, ट्रांसपोर्ट इंफ्रा पर 75,000 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। देश में 50 नए एयरपोर्ट और हेलीपैड बनाए जाएंगे। साथ ही शहरी विकास पर सालाना 10,000 करोड़ रुपए खर्च किया जाएगा। वित्त मंत्री ने कहा कि बजट में रेलवे के लिए 2.40 लाख करोड़ रुपए के पूंजीगत परिव्यय का प्रावधान किया गया है।
रेलवे में नई योजनाओं के लिए 75 हजार करोड़ की घोषणा
इसके अलावा वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने रेलवे में नई योजनाओं के लिए 75 हजार करोड़ की घोषणा की है। वित्त मंत्री ने बजट भाषण के दौरान कहा कि मोदी सरकार ने रेलवे की आधारभूत संरचना पर बहुत काम किया है और पिछले 10 साल में ट्रेन दुर्घटनाओं में लगातार कमी आई है।
रेलवे के लिए जबर्दस्त तरीके से बढ़ाया आवंटन
बता दें कि केंद्र की मोदी सरकार पर लगातार रेलवे के निजीकरण करने का आरोप लगता रहा है। लेकिन, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने देश के 75वें बजट में रेलवे के लिए जबर्दस्त तरीके से आवंटन बढ़ाया है। अब रेलवे का कायापलट करने के लिए 2,40,000 करोड़ रुपए का निवेश किया जाएगा। जबकी पिछले बजट में 77,271 करोड़ रुपए था। साल 2014-19 के बीच रेलवे का यह आवंटन 24,347 करोड़ रुपए था। वहीं, साल 2009-14 के दौरान आवंटन 10,623 करोड़ रुपए था।
देश में खुलेंगे 50 नए एयरपोर्ट
बजट भाषण को दौरान वित्त मंत्री निर्मला सीतारणम ने ऐलान किया कि देश में जल्द ही 50 नए एयरपोर्ट खोले जाएंगे। वित्त मंत्री ने कहा कि देश में 50 नए एयरपोर्ट और हेलीपैड बनाए जाएंगे। साथ ही सरकार उन्नत लैंडिंग को पुनर्जीवित करने का काम करेगी। बता दें कि केंद्र सरकार ने 50 नए एयरपोर्ट खोलने का ऐलान यूडीएएन योजना को बढ़ावा मिलने की उम्मीद के तहत किया है।
वित्त मंत्री ने बताया-अमृत काल का विजन
इससे पहले लोकसभा में अपना 5वां बजट पेश करते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि अमृत काल में यह पहला बजट है। अमृत काल का विजन तकनीक संचालित और ज्ञान आधारित अर्थव्यवस्था का निर्माण करना है। इसके लिए सरकारी फंडिंग और वित्तीय क्षेत्र से मदद ली जाएगी। इस जन भागीदारी के लिए सबका साथ, सबका प्रयास अनिवार्य है।