खड़गे के मोदी पर दिए बयान पर बोले गहलोत, मोदी ने सोनिया गांधी-मनमोहन पर क्या-क्या बोला..याद है ना..
गुजरात में आज पहले चरण की वोटिंग हो रही है, लेकिन दूसरे चरण की वोटिंग से पहले भाजपा और कांग्रेस दोनों ही अपनी पूरी ताकत झोंक रही हैं। आज राजस्थान के सीएम और गुजरात चुनाव के पर्यवेक्षक अशोक गहलोत और कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने झालोद में जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान गुजरात कांग्रेस प्रभारी रघु शर्मा, नासिर हुसैन, कांतीलाल भूरिया, महेन्द्र मालवीया, रमिला खड़िया के साथ झालोद, दाहोद, गुजरात में कांग्रेस प्रत्याशी मितेश भाई गरासिया मौजूद रहे।
‘मैं याद दिलाऊं क्या..सोनिया गांधी मनमोहन के बारे क्या-क्या बोला’
सीएम अशोक गहलोत ने यहां जनसभा को संबोधित किया। कांग्रेस को इस बार मौका देते हुए अशोक गहलोत ने यहां पर मोरबी, कोरोना, महंगाई समेत कई मुद्दों पर करारा हमला बोला। उन्होंने कहा कि गुजरात में भाजपा सरकार के 27 साल यहां की जनता ने कैसे झेले यह आप लोग अच्छी तरह से जानते हैं, तो फिर आप हमें मौका दीजिए। आप बताइए प्रधानमंत्री मोदी को यहां आने की जरूरत क्या है। उन्होंने कहा कि जब आप इतने साल गुजरात के मुख्यमंत्री रह चुके हैं, तो फिर क्यों यहां आकर इमोशनल कार्ड खेल रहे हैं। गहलोत ने सीधा निशाना पीएम मोदी पर किया। अब वे मल्लिकार्जुन खड़गे के बयान को लेकर पूरे देश में द्वेष फैला रहे हैं।
उन्होंने कहा कि खड़गे इतने चुनाव जीत चुके हैं, उन्हें 50 साल से ज्यादा राजनीति में हो गए हैं, तो क्या उन्हें नहीं पता है कि राजनीति में विपक्ष को क्या बोलना है क्या नहीं, तो ये भाजपा हमें नहीं समझाए और इस तरह से राजनीति नहीं करे। उन्होंने कहा कि मोदी ने कांग्रेस के बारे में, मनमोहन सिंह और सोनिया गांधी के बारे में कितने अपशब्द कहे हैं, मैं उन्हें दोबारा नहीं कहना चाहता, मुझे यह शोभा नहीं देता। गहलोत ने कहा कि अगर कोई भाजपा के खिलाफ आवाज भी उठाता है तो उस पर ये ईडी और इनकम टैक्स विभाग के छापे पड़वा देते हैं। उन्होंने कहा कि एक-एक वोट काफी कीमती होता है, इससे ही आज लोकतंत्र में गरीबों को सम्मान है, वरना उनका तो सम्मान भी नहीं होता।
’70 सालों से देश का विकास आप कर रहे थे क्या’
वहीं सभा को खड़गे ने भी संबोधित किया। उन्होंने कहा कि गुजरात का यह बेहद अहम चुनाव है, 27 साल से भाजपा की सरकार है और 8-9 साल से केंद्र में मोदी प्रधानमंत्री बनकर बैठे हुए हैं, इसके बाद भी गुजरात में पानी की किल्लत है, क्यों आदिवासियों पर अत्याचार बढ़ता जा रहा है। आदिवासियों पर 17 प्रतिशत अत्याचार बढ़ गए हैं। जब राज्य और केंद्र में इनकी सरकार है तो ऐसा क्यों हो रहा है। क्योंकि वे नहीं चाहते कि दलित और आदिवासियों को मुश्किलें हल हो जाएं, वे सिर्फ बड़े-बड़े उद्योगपतियों की तरफ देखते हैं, अमीरों की संपत्ति तो रोज बढ़ रही है लेकिन गरीब और गरीब होता जा रहा है।
खड़गे ने कहा कि राजीव गांधी, इंदिरा गांधी ने गरीबों के लिए योजनाएं बनाईं जिससे वे धीरे-धीरे सांस लेते हुए जी पा रहे हैं। लेकिन भाजपा अपनी योजनाएं गिना दें , कुछ है ही नहीं उनके पास। उन्होंने कहा कि भाजपा कहती है कि कांग्रेस ने 70 साल से क्या किया तो वे ही बताएं कि उन्होंने पैदा होते ही विकास कर दिया क्या। नर्मदा डैम उन्होंने ही बनवाया है क्या। कांग्रेस ने इसे ज्यादा से ज्यादा पैसे देकर शुरू करवाया और आज देखिए लोगों को इसका लाभ मिल रहा है। खड़गे ने कहा कि देश को हरित क्रांति किसने दी , लोगों का पेट भरने का काम किसने किया, कांग्रेस ने किया, 7 रिफाइनरी पर काम किया, श्वेत क्रांति पर काम किया। आज आनंद डेयरी पूरे भारत में मशहूर है तो क्या ये भी मोदी ने किया, उनसे तो कुछ भी पूछो तो कहते हैं मैंने किया भाजपा ने किया।
‘वोटों के लिए 50-50 किमी सड़कों पर घूम रहे हैं प्रधानमंत्री’
खड़गे ने कहा कि चुनाव चाहे जो भी हो, नगर पंचायत हो नगर निकाय हो , जिला पंचायत हो तो उसमें भी ये आ जाते हैं और कहते हैं कि मुझे वोट दो। अगर आप सब कुछ ठीक कर दो तो हर असेंबली में मीटिंग क्यों कर रहे हैं आप गली-गली घूम रहे हैं, आज इनका रोड शो है और 50 किमी घूम रहे हैं। आप सोचिए कि अगर एक प्रधानमंत्री वोटों के लिए 50-50 किमी घूम रहे हैं तो सोचिए इनकी हालत कितनी पतली हो गई है। वो सिर्फ अपने मन की बात कहते हैं वो भी हर 8 दिन में। लेकिन वे आपके मन की बात नहीं सुनते। लेकिन हम तो जनता की बात सुनते हैं, उनके समस्याओं को सुनते हैं, इसलिए उनकी मुश्किलों को समझते हैं। मोदी ने नरेगा को मिलने वाले पैसे में उन्होंने कटौती कर दी। इस पर उन्होंने कारण दिया। कहते हैं कि खड़गे साहब हम उसे खत्म नहीं करेंगे। क्योंकि ये तो आपका जीता-जागता स्मारक हैं। लेकिन आप बताइये कोरोना के वक्त जहां 3-4 लाख लोग मारे गए उस वक्त हमारी नरेगा ने ही लोगों को रोजगार देर उन्हें जिंदा रखा।
मोरबी हादसे में खड़गे ने कहा कि उद्घाटन के बाद 5 दिन में ही यह पुल टूट गया। यह इनकी लापरवाही को दिखाता है और तो और मुआवजा भी इनसे ढंग से नहीं निकला। सिर्फ 2 लाख रुपए इनके कोष से निकल रहे हैं। वे गुजरात के युवाओं को नौकरी नहीं दे रहे हैं। वे जितनी भर्तियां गुजरात में हैं उन्हें जानबूझकर नहीं भर रहे हैं। क्योंकि उन्हें डर है कि 22-23 दलितों और आदिवासियों को सरकारी नौकरी मिली तो उनका जीवन अच्छा हो जाएगा। इसलिए वे भर्तियां ही नहीं निकाल रहे हैं। खड़गे ने कहा कि हमें ये हक लोकतंत्र में मिला है और इस हक के लिए हम लड़ते हैं। इन्होंने क्या देश को आजादी दिलाई। लेकिन जिन्होंने आजादी दिलाई उन्हें ये याद ही नहीं कर रहे। वे बातें तो बड़ी-बड़ी करते हैं कि दलितों और आदिवासियों की शिक्षा पर जोर देंगे। लेकिन खुद गुजरात में 28 हजार शिक्षकों की भर्तियां खाली पड़ी हैं। लेकिन उन्हें नहीं भर रहे हैं। किसान आंदोलन पूरे देश में चला, लेकिन इस सरकार ने कोई सुनवाई नहीं की। खड़गे ने कहा कि अगर आप कांग्रेस को एक मौका देंगे, तो हम जनघोषणा पत्र में किए गए सारे वादे पूरे करेंगे।