लॉरेंस टीम में उपकप्तान बनने के लिए गैंग में वर्चस्व की लड़ाई
जयपुर। जवाहर सर्किल इलाके में जी क्लब पर ताबड़तोड़ फायरिंग करने वाले बदमाश पुलिस की पकड़ से दूर है, लेकिन सोशल मीडिया पर घटना की जिम्मेदारी लेने वाले बदमाश तिहाड़ जेल में बंद लॉरेंस विश्नोई का उत्तराधिकारी बनने के वर्चस्व की लड़ाई में दहशत फैला रहे हैं। लॉरेंस बिश्नोई के जेल में रहते हुए गैंग को लीड कौन करेगा और टॉप सेकंड की पॉजिशन पर कौन रहेगा, इसी लड़ाई में बदमाश अपना दम दिखा रहे हैं। गैंग में लॉरेंस के बाद अब नंबर दो बनने को लेकर भी कम्पीटिशन शुरू हो गया है। क्योंकि लॉरेंस करीब 700 गुर्गों की टीम को लीड करता है और 7 स्टेट में अपना वर्चस्व रखता है। इसलिए इस टीम का उपकप्तान बनने के लिए बदमाश एक के बाद आपराधिक वारदातों को अंजाम दे रहे हैं।
ठेहट की हत्या से रोहित का बढ़ा वर्चस्व
दो माह पहले सीकर में गैंगस्टर राजू ठे हट पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर उसे मौत के घाट उतारने की जिम्मेदारी सोशल मीडिया पर रोहित गोदारा ने ली थी। इसके बाद लॉरेंस की गैंग में रोहित का वर्चस्व बढ़ गया था और गैंग में मुख्य काम करने और फिरौती मांगने की जिम्मेदारी उसे दी जाने लगी थी। इसी को लेकर अनमोल विश्नोई परेशान चल रहा था। वह भी लॉरेंस की नजरों में अपना वर्चस्व बनाने और ठे हट की हत्या के बाद रोहित के बढ़ते कद को कम करने की योजना बना रहा था, जिससे अनमोल को भी रोहित की तरह गैंग के गुर्गों से काम करवाने की जिम्मेदारी मिल सके।
इसी को लेकर अनमोल ने जयपुर के व्यापारियों से फिरौती मांगने की योजना बनाई। जी क्लब से पहले जवाहर सर्किल में ही स्थित अन्य क्लब के मालिक को भी इसी तरह धमकी दी गई थी। जयपुर में शनिवार को फायरिंग के बाद सोशल मीडिया पर पोस्ट करने वाला अनमोल का खास ऋतिक मालवीय नगर का रहना वाला है। उसका भी नाम इलाके में चलता रहे, इसलिए अपने ही समाज से जुड़े व्यापारियों के नाम फिरौती मांगने के लिए चिह्नित किए थे।
जेल में बंद गुर्गों से पुलिस की पूछताछ
क्लब में शनिवार पर फायरिंग के बाद पुलिस जेल में बंद लॉरेंस के गुर्गों से पूछताछ कर रही है। इसमें राजू ठेहट के मर्डर में शामिल जेल में बंद बदमाशों से भी पूछताछ की गई। एक दर्जन से अधिक टीमें कई जिलों में दबिश दे रही है। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज और तकनीक के आधार पर पूछताछ में मिले सबूतों से फायरिंग करने वाले तीनों शूटरों को चिह्नित किया है। पूछताछ में सामने आया कि पहले लोकल बदमाशों को फायरिंग करने के लिए तैयार किया था, लेकिन जब कोई तैयार नहीं हुआ तो बाहर से शूटर्सको बुलाकर फायरिंग करवाई, जिन्होंने दिन में रैकी की और घटना को अंजाम दिया।
लॉरेंस गैंग में शार्प शूटर से लेकर बिल्डर्स तक शामिल
लॉरेंस गैंग का दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, यूपी, महाराष्ट्र और हिमाचल में वर्चस्व हैं। सात सौ लोगों की टीम में बिल्डर्स, प्रबंधक, शूटर, फाइनेंसर और हथियार तस्कर शामिल हैं। जो आर्थिक मदद से लेकर हथियार उपलब्ध करवाते हैं और शूटर फायरिंग करते हैं।
55 राउंड फायर किए थे, यहां 17 गोलियां चलाई
रोहित 2010 से अपराधिक वारदातें कर रहा है, वहीं अनमोल बिश्नोई कु ख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का छोटा भाई है। अनमोल ने 6 साल पहले जोधपुर केकारोबारी से एक करोड़ की रंगदारी मांगी थी, लेकिन पकड़ा गया। लॉरेंस का विश्वास अपने भाई पर ज्यादा था, लेकिन वह सफल नहीं हुआ। रोहित ने बड़ी वारदातों को अंजाम दिया तो वह लॉरेंस के नजदीक हो गया। कुछ साल पहले तक राजस्थान विवि के छात्रसंघ चुनावों में ऋतिक बॉक्सर आता रहता था। तब मारपीट की घटनाओं को अंजाम देता था। यहीं से लॉरेंस के किसी गुर्गे के संपर्क में आया और वह शार्प शूटर बन गया। राजू ठे हट की हत्या करने वाले बदमाश स्टूडेंट बनकर किराए पर रह रहे थे। लाखों स्टूडेंट जयपुर में भी रहकर तैयारी करते हैं, लेकिन अधिकतर मकान मालिक किराए पर रहने वाले स्टूडेंट्स का पुलिस वेरिफिके शन नहीं करवाते हैं।