RPF में कांस्टेबल भर्ती की फर्जी खबर फैलाने वाली गैंग का पर्दाफाश, 2 आरोपी गिरफ्तार
कोटा। रेलले सुरक्षा बल (आरपीएफ) में आरक्षक के पद पर 19,800 पदों पर भर्ती निकलने का फर्जी विज्ञापन प्रसारित करने वाली एक गैंग पर्दाफाश किया है। आरपीएफ पश्चिम मध्य रेलवे जबलपुर की टीम ने गैंग के दो लोगों को बिहार के गया से गिरफ्तार किया है। आरपीएफ ने बताया कि इंटरनेट और सोशल मीडिया पर फर्जी भर्ती का विज्ञापन जारी कर बेरोजगार युवाओं को भ्रमित करते थे। पुलिस को गैंग के लोगों द्वारा कई लोगों से वसूली करने की जानकारी मिली।
इस पर वरि. मंडल सुरक्षा आयुक्त, रेल सुरक्षा बल, जबलपुर अरूण त्रिपाठी के मार्गदर्शन में आईटी सेल जबलपुर प्रभारी दीपेश मिश्रा एवं अभिषेक कुशवाहा द्वारा मामले की जांच की गई। सोशल मीडिया में चले रहे विज्ञापन से प्राप्त लिंक में एक वाट्सअप ग्रुप पर गर्वमेंट जॉब सेंटर एवं टेलीग्राम ग्रुप पर एजुकेशन की दुनिया का संचालक/एडमिन जिसमें आरपीएफ कांस्टेबल न्यू भर्ती 2023 (RPF Constable New Bharti 2023) की कुल 19,800 भर्ती का फर्जी विज्ञापन प्रकाशित किया गया था।
इन विज्ञापनों को दो संदिग्ध मोबाइल नंबरों से अपराधियों द्वारा छात्रों में भ्रम फैलाकर गुमराह किया जा रहा था। छात्रों ने भर्ती का विज्ञापन देखकर जिज्ञासा हुई और इस संबंध में रेलवे से आवश्यक पूछताछ करने लगे। रेलवे को इस संबंध में भर्ती नहीं निकलने का स्पष्टीकरण भी देना पड़ा। इसके बाद इस भर्ती विज्ञापन की सूचना की सत्यता की जांच के लिए आईटी सेल जबलपुर द्वारा उपलब्ध कराई गई। मोबाइल संख्या को जिला पुलिस प्रशासन साइबर सेल से टावर लोकेशन प्राप्त किया गया।
साइबर सेल को इसका टावर लोकेशन एसडीआर में दिए गए पते पर केंद्रित पाया गया। जिस पर आरपीएफ/पीएसटी/गया एवं सीआईबी गया की संयुक्त टीम ने थाना वजीरगंज को सूचित करते हुए छापेमारी की। पुलिस ने छापेमारी कर कुंदन कुमार (21) और सोनू कुमार (22) के खिलाफ 26/2023 धारा अंतर्गत 406, 419 ,420, 120-बी आईपीसी और 67 बी आईटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।