सीकर में स्थित इस प्राचीन गढ़ गणेश मंदिर की है अनोखी मान्यता, बप्पा के दर पर विवाह की समस्या लेकर दूर-दूर से आते हैं भक्त
Ganesh Chaturthi 2024: सीकर जिले के बाज्यावास गांव में स्थित भगवान गणेश का मंदिर बहुत प्रसिद्ध है. गणेश चतुर्थी से पहले यहां पांच दिवसीय गणेश महोत्सव का आयोजन हो रहा है. इस मंदिर प्रांगण में यजमानो द्वारा हवन कुंड में आहुतियां दी जा रही है. प्राचीन गढ़ गणेश मंदिर में काफी रौनक देखने को मिलेगी. यहां गणेश चतुर्थी की तैयारीया जोरों पर चल रही है. आपको बता दे कि गणेश चतुर्थी के अवसर पर इस में मंदिर में हजारों की संख्या में भक्त आते हैं.
विवाह को लेकर है विषेश मान्यता
पुराने समय से ही गढ़ गणेश मंदिर आस्था का केंद्र बना हुआ है. बड़ी संख्या में श्रद्धालु भगवान गणेश के दर्शन हेतु गढ़ गणेश मंदिर आते हैं. ऐसी मान्यता है कि इस गणेश मंदिर से कोई भक्त खाली हाथ नहीं लौटता है. वहीं, अविवाहित जातक शीघ्र विवाह के लिए भी गढ़ गणेश मंदिर आते हैं. इस मंदिर में भगवान गणेश के दर्शन से शीघ्र विवाह के योग बनते हैं. इस अवसर पर जातक या उनके माता-पिता विवाह हेतु लग्न कार्ड लिखते हैं और भगवान गणेश के चरणों में समर्पित करते हैं.इसके अलावा जब जातक की शादी हो जाती है, तो वर और वधू दोनों ही गढ़ गणेश मंदिर आकर गणपति बप्पा के दर्शन कर आशीर्वाद प्राप्त करते हैं.
सजाई जाएगी विशाल झांकी
मंदिर मंदिर पुजारी ने बताया कि प्राचीन गढ़ गणेश मंदिर में 6 सितंबर को विशाल झांकी निकाली जाएगी और 7 सितंबर को गणेश महोत्सव मनाया जाएगा. गणपति बप्पा को छप्पन पकवानों का भोग लगाया जाएगा और महाआरती की जाएगी. भगवान गणेश की पूजा अर्चना के बाद विशाल भंडारे का भी आयोजन होगा.