महंगाई राहत शिविर नहीं शिगूफा है, गजेंद्र शेखावत का कांग्रेस पर हमला
जोधपुर। केंद्रीय़ मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कांग्रेस सरकार के महंगाई राहत शिविर पर निशाना साधा है। उन्होंने शिविर को शिगूफा करार दिया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की ये सरकार पूरी तरह से भ्रष्टाचार में डूबी है।ये आरोप तो खुद सरकार के मंत्री लगा रहे हैं। वो खुद सरकार के भ्रष्टाचारों की पोल खेल रहे हैं।
सबसे ज्यादा महंगाई राजस्थान में
गजेंद्र शेखावत ने जो सरकार महंगाई की बात करती है, उसने अपनी सरकार में कितनी महंगाई से राहत दे दी है। इस समय महंगाई सबसे ज्यादा महंगाई राजस्थान में है। पूरे देश में सिर्फ राजस्थान ही है जहां सबसे ज्यादा महंगा पेट्रोल मिल रहा है। दूसरे राज्यों के मुकाबले यहां 10-10 गुना महंगा पेट्रोल मिल रहा है। सरकार इतने महंगे डीजल और पेट्रोल से अपनी जेबें गरम कर रही है और जनता को लूट रही है।
शिविर नहीं शिगूफा है
शेखावत ने कहा कि ये जो महंगाई कम करने के नाम पर ये जो महंगाई राहत कैंप चला रहे हैं। वो शिविर नहीं शिगूफा है। इन लोगों ने ही पहले इन योजनाओं से जोड़ने के आंकड़े गिनाए थे। तो अब किन लोगों को फिर से जोड़ रहे हैं और जो काम आज सेकेंडों में ऑनलाइन हो जाता है इसके लिए लोगों को इतनी धूप और गर्मी में इतनी दूर-दूर तक बुलाया जा रहा है। शेखावत ने कहा कि भाजपा सरकार के समय पर लोगों को अपने आप ही बढ़ी हुई पेंशन मिलने लगी थी। सारा काम ऑनलाइन हुआ था। 500 से बढ़कर 750 रुपए पेंशन मिलने लगी थी।
1 अप्रैल से अपने आप ही शुरू जाती सेवाएं
ये जो घोषणाएं की हुई हैं वो बजट के ऐलान है जो अब ये कर रहे हैं और तो और इन्हें लागू कराने के लिए इस तरह के शिविर में लोगों को परेशान करने की क्या जरूरत थी। लोगों को ये सुविधाएं तो अपने आप 1 अप्रैल से मिलनी शुरू हो जाती। क्य़ों कि बजट की घोषणाएं नए वित्तीय वर्ष से शुरू हो जाती है। अब जब ये नया साल यानी वित्तीय शुरू हो गया था जिसमें ये योजनाएं अपडेट हो जातीं। फिर भी सिर्फ राजनीतिक हित साधने के लिए इन्होंने इस तरह के शिविर लगाए हैं जिससे लोगों को परेशानी उठानी पड़ रही है।