G-Club Firing Case : 29 मार्च तक रिमांड पर भेजा गया गैंगस्टर रितिक बॉक्सर
जयपुर के G-Club पर फायरिंग करने के मामले में गिरफ्तार गैंगस्टर रितिक बॉक्सर को आज कोर्ट में पेश किया गया। जहां सुनवाई के बाद कोर्ट ने 29 मार्च तक रितिक बॉक्सर को पुलिस रिमांड पर भेज दिया। पुलिस ने कोर्ट से 10 दिन के लिए रिमांड मांगी थी।
रंगदारी को लेकर कराई थी फायरिंग
इस मामले की जानकारी देते हुए एडिशनल पुलिस कमिश्नर कैलाश चंद्र बिश्नोई ने बताया कि जांच में सामने आया था कि रितिक बॉक्सर ने बिजनेसमैन अक्षर गुरनानी से 5 करोड़ रुपए की रंगदारी मांगी थी, जिसके लिए उसने मना कर दिया तो रितिक बॉक्सर ने 28 जनवरी को G-Club पर फायरिंग करवा दी थी। इस मामले में रोहित गोदारा समेत कई और नाम हैं, जिनकी पुलिस तलाश कर रही है। बॉक्सर और गोदारा पर एक-एक लाख रुपए का इनाम घोषित किया जा चुका था।
राजस्थान में 12 मामले दर्ज
बिश्नोई ने बताया कि रितिक बॉक्सर को बीते सोमवार नेपाल बॉर्डर से गिरफ्तार कर जयपुर लाया गया। रितिक ने जयपुर के कई व्यापारियों और दूसरे लोगों को फोन और मैसेज के जरिए रंगदारी की मांग की थी। रंगदारी देने से मना करने पर उसने उन लोगों को जान से मारने की धमकी तक दे दी थी। इसी क्रम में उसने फायरिंग करवाई थी। जी क्लब के मालिक से उसने 5 करोड़ रुपए मांगे थे, जिसको मना करने पर उसने G-Club क्लब पर फायरिंग करवा दी थी। रितिक के खिलाफ कई और मामले दर्ज हैं, जिसमें जयपुर में 8, हनुमानगढ़ में तीन और बीकानेर में एक मामला है। कुल मिलाकर 12 मामले सिर्फ राजस्थान में दर्ज है।
2019 में लॉरेन्स बिश्नोई के संपर्क में आया
पुलिस ने बताया कि साल 2019 में सेंट्रल जेल में बंद रहने के दौरान संपत नेहरा के जरिए रितिक बॉक्सर लॉरेंस बिश्नोई से मिला था। धीरे-धीरे वह गोल्डी बराड़ और अनमोल विश्नोई से जुड़ गया और गैंग में सक्रिय रूप से काम करने लगा। रितिक के कहने पर इंदर हिसारिया पर फायरिंग करवाई गई थी। हिसारिया से रंगदारी मामले में रितिक को 5 साल की सजा हुई थी, इसका बदला लेने के लिए उसने फिर से फायरिंग का प्लान बनाया। पुलिस के शिकंजे से बचने के लिए वह 21 नवंबर से ही राजस्थान से यूपी, यूपी से होते हुए रक्सौल बॉर्डर से नेपाल चला गया। नेपाल में भी वह काठमांडू, पोखरा समेत कई अलग-अलग जगह पर रह रहा था।