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खुद को सेना का मेजर बताकर छात्र से 25 लाख की ठगी

शहर के सरदारपुरा सी रोड पर एक कॉम्पलेक्स में रहने वाले छात्र से परिचित के मित्र और उसके साथियों ने साजिश रचकर नौकरी लगाने का झांसा देकर 25 लाख रूपए ऐंठ लिए।
10:45 AM Jan 12, 2023 IST | Anil Prajapat

जोधपुर। शहर के सरदारपुरा सी रोड पर एक कॉम्पलेक्स में रहने वाले छात्र से परिचित के मित्र और उसके साथियों ने साजिश रचकर नौकरी लगाने का झांसा देकर 25 लाख रूपए ऐंठ लिए। यह रकम कई किश्तों में ली गई। कोर्ट से मिले इस्तगासे पर अब सरदारपुरा पुलिस थाने में मामला दर्ज करवाया गया है। मुख्य आरोपी ने खुद को थल सेना में मेजर बताया और बड़े-बड़े लोगों से जान पहचान होना बताया। छात्र प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के साथ प्राइवेट फर्म में नौकरी भी करता है। उसे व उसके परिचितों से यह राशि ऐंठी गई है। पुलिस ने इसमें अब जांच आरंभ की है।

थानाधिकारी सोमकरण ने बताया कि सरदारपुरा सी रोड स्थित हैप्पी होम कॉम्पलैक्स में रहने वाले छात्र बबलू दास पुत्र सीताराम ने कोर्ट में इस्तगासे के माध्यम से धोखाधड़ी का केस दर्ज करवाया है। इसमें बताया कि उसके फलोदी के एक मित्र हरीश के मार्फत फलोदी के आरसीबी कॉलोनी निवासी महावीर शर्मा से जान पहचान हुई थी। महावीर शर्मा ने खुद को थल सेना में मेजर होना बताया और सेना में फोरच्यूनर एवं स्कार्पियो गाड़ियों को पांच साल के लगाने की बात की थी। बाद में नौकरी पर लगवाने की बात भी की। उसने सेना में नौकरी लगवाने पर 80 हजार रूपए प्रतिमाह इनकम होना बताया था। वह झांसे में लेकर उसे एक बार दिल्ली एम्स लेकर गया। जहां एक व्यक्ति से मिलवाया और उसने खुद को सेना का कर्नल होना बताया, मगर नाम नहीं बताया था।

रिश्तेदारों को भी बताया सेना का जवान

इसके बाद में उसने महावीर शर्मा ने गागूड़ा मेड़ता निवासी रामेश्वर, जयपुर के शिवशक्ति कॉलोनी निवासी अरविंद सोढ़ावत एवं मेड़ता रोड के लक्ष्मण नाम के शख्स से मिलवाया। इनको भी भारतीय सेना और पुलिस आदि जगहों पर उनके रिश्तेदारों का लगना होना बताया। झांसे में आए बबलू दास ने नौकरी और सेना में गाड़ी लगाने की इच्छा जाहिर की तब उसने अपने परिचितों को भी साथ ले लिया।

सात किश्तों में ऐंठे रुपए

रिपोर्ट में बताया कि आरोपियों ने मिलकर उससे व परिचितों से अलग-अलग किश्तों में करीब 25 लाख रूपए ऐंठ लिए। बाद में फोन बंद कर दिए। 26 नवंबर 20 को 3 लाख, 1 दिसंबर 21 को 11 लाख, 3 दिसंबर 21 को 1.90 लाख, 6 दिसंबर को 7 लाख, 18 मार्च 21 को 20 हजार, 13 मई 21 को 10 हजार एवं 25 मई 21 को 40 हजार रूपए नगद एवं फोन, गूगल पे के माध्यम से दिए गए थे। 

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