86 साल बाद ब्रिटिश राजा का पहला राज्याभिषेक, ब्रिटेन को मिले नए राजा रानी
लंदन। किंग चार्ल्स तृतीय की ताजपोशी सन् 1937 के बाद से एक ब्रिटिश राजा का पहला राज्याभिषेक है। पिछले सितंबर में चार्ल्स की मां महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के निधन के बाद यह उनके सम्राट बनने की धार्मिक पुष्टि है। ब्रिटेन के किंग चार्ल्स तृतीय ने शनिवार को लंदन के वेस्टमिंस्टर एबे में शाही ताज पहना। किंग चार्ल्स के साथ-साथ क्वीन कंसोर्ट कैमिला को भी ताज पहनाया गया। शाही ताज पहनने से पहले उन्होंने एक शपथ ली।
इस शपथ में उन्होंने कहा कि वह ब्रिटेन के सभी लोगों पर न्याय और दया के साथ शासन करेंगे। किंग चार्ल्स तृतीय ने भी कहा कि वह ऐसे वातावरण को बढ़ावा देंगे, जहां सभी धर्मों और विश्वासों को मानने वाले लोग आजाद होकर रह सकेंगे। क्वीन कैमिला ने कोहिनूर वाला ताज पहनने से इनकार किया था और उनकी ताजपोशी भी हुई। सात दशक में ये पहला मौका है, जब ब्रिटेन में राज्याभिषेक कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
इस दौरान 1000 साल पुरानी ताजपोशी की परंपरा का पालन किया गया। हालांकि, राज्याभिषेक कार्यक्रम के दौरान 21वीं सदी के ब्रिटेन की झलकियां भी देखने को मिलीं। किंग चार्ल्स की ताजपोशी ब्रिटेन की राजगद्दी पर काबिज होने की उनकी धार्मिक पुष्टि है। पिछले साल सितंबर में क्वीन एलिजाबेथ द्वितीय का निधन हो गया था, जिसके बाद किंग चार्ल्स ने सत्ता संभाली।
सभी ने निष्ठा के लिए ली शपथ
दरअसल, किंग चार्ल्स सबसे पहले राजगद्दी पर विराजमान हुए। आर्चबिशप फिर उनके सामने झुके और उन्होंने किंग चार्ल्स के प्रति निष्ठा जताई। प्रिंस विलियम ने भी अपने पिता के प्रति निष्ठा जताई। आर्चबिशप ने एबे और घर से राज्याभिषेक के कार्यक्रम को देख रहे लोगों से कहा कि वे नए राजा के प्रति अपनी निष्ठा की शपथ लें। उन्होंने लोगों से गुजारिश की कि वे निष्ठा शपथ के लिए उन शब्दों को दोहराएं, जो वह बोल रहे हैं।
क्वीन कैमिला ने पहना क्वीन मैरी का क्राउन
ताजपोशी के कार्यक्रम में क्वीन कैमिला की भी ताजपोशी की गई। मगर उन्हें शपथ लेने को नहीं कहा गया। क्वीन कैमिला की ताजपोशी के लिए क्वीन मैरी का क्राउन यूज किया गया। इस तरह अब कैमिला को क्वीन कंसोर्ट के बजाय क्वीन कैमिला के तौर पर जाना जाएगा। इस तरह ब्रिटेन में अब एक नये युग की शुरुआत हो गई है, जहां किंग के तौर पर चार्ल्स होंगे, तो क्वीन के तौर पर कैमिला होंगी।