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‘पहले बीवियों की साड़ी जलाओ, फिर भारत के बहिष्कार की बात करना’ मुस्लिम नेताओं को PM शेख हसीना लगाई लताड़

बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने अपने ही देश के विपक्षी सांसदों को जमकर लताड़ लगाई और कहा कि जो लोग भारतीय उत्पादों के बहिष्कार की बात कर रहे हैं, वे सभी लोग पहले अपनी-अपनी बीवियों की साड़ी जलाकर दिखाएं।
09:18 AM Apr 02, 2024 IST | BHUP SINGH
‘पहले बीवियों की साड़ी जलाओ  फिर भारत के बहिष्कार की बात करना’ मुस्लिम नेताओं को pm शेख हसीना लगाई लताड़

ढाका। बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने अपने ही देश के विपक्षी सांसदों को जमकर लताड़ लगाई और कहा कि जो लोग भारतीय उत्पादों के बहिष्कार की बात कर रहे हैं, वे सभी लोग पहले अपनी-अपनी बीवियों की साड़ी जलाकर दिखाएं। उन्होंने भारतीय उत्पादों के बहिष्कार की मांग करने वाले विपक्षी नेताओं से यह भी कहा है कि पहले उन्हें यह बताना चाहिए कि उनकी पत्नियों के पास कितनी भारतीय साड़ियां हैं और वे इनमें आग क्यों नहीं लगा रही हैं? शेख हसीना ने अपनी पार्टी अवामी लीग की एक बैठक को संबोधित करते हुए विपक्षी दल बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी)के नेताओं पर निशाना साधा, जिन्होंने भारतीय उत्पादों के बहिष्कार का आह्वान किया था।

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क्यों करते हो भारतीय मसालों का इस्तेमाल

इस साल की शुरुआत में हुए चुनावों के जरिए लगातार चौथी बार बांग्लादेश की सत्ता में आईं पीएम शेख हसीना ने कहा कि जब बीएनपी सत्ता में थी तो उनके मंत्री और उनकी बीवियां भारत दौरे पर साड़ियां खरीदते थे और उन्हें बांग्लादेश में बेचा करते थे। शेख हसीना इतने पर ही नहीं रुकीं। उन्होंने भारतीय मसालों की भी चर्चा की और पूछा कि क्या विपक्षी नेताओं के घरों की किचेन में भारतीय लहसुन, प्याज, अदरक, गरम मसाले समेत अन्य मसाले नहीं इस्तेमाल होते हैं।

एक रिपोर्ट में कहा गया है कि प्रधानमंत्री शेख हसीना की यह टिप्पणी बीएनपी नेता रुहुल कबीर रिजवी द्वारा भारतीय उत्पादों के प्रति प्रतीकात्मक विरोध और बहिष्कार के रूप में अपना कश्मीरी शॉल सड़क पर फें कने के बाद आई है।

जीत के बाद अभियान में आई तेजी

बांग्लादेश में ‘इंडिया-आउट’ अभियान चलाया जा रहा है, जिसकी शुरुआत कु छ एक्टिविस्टों और प्रभावशाली लोगों द्वारा किया गया है, लेकिन विपक्षी बीएनपी के नेता उसे समर्थन दे रहे हैं। शेख हसीना की अवामी लीग की लगातार चौथी बार जीत के बाद इस अभियान में हाल के दिनों में तेजी आई है। इस अभियान में शामिल लोगों का दावा है कि भारत शेख हसीना को बांग्लादेश की सत्ता में बनाए रखना चाहता है क्योंकि उससे भारत के व्यापारिक हित सध रहे हैं।

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मालदीव से प्रेणा ले रहा विपक्ष

बांग्लादेश मामले के विशेषज्ञों ने बताया कि बीएनपी को भारत विरोधी अभियान की प्रेरणा, मालदीव की सत्ताधारी पार्टी से मिली है। मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने पिछले साल राष्ट्रपति चुनाव के पहले इंडिया आउट अभियान शुरू किया था। इस अभियान को चीन का समर्थन प्राप्त था।

ठीक वैसे ही काम इस समय बांग्लादेश में बीएनपी कर रही है। बीएनपी की सोशल मीडिया विंग के सदस्य यह नैरेटिव बनाने की कोशिश में लगे हैं कि पश्चिमी देशों ने स्वतंत्र चुनाव को लेकर जो दबाव बनाया था, वह भारत के विरोध के चलते बेकार हो गया।

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