अजमेर में फायरिंग का मामला, आरोपी बोला बाप का बदला लिया, चेहरे पर नहीं शिकन
अजमेर । पुष्कर थाना क्षेत्र में फायरिंग कर सवाई बन्ना को मौत के घाट उतारने वाले आरोपी सूर्य प्रताप ने कहा कि “बाप का बदला ले लिया है।” बता दें कि घटना के बाद आरोपी सूर्यप्रताप को मौके से ही पकड़ लिया गया था। आरोपी ने सवाई सिंह द्वारा बार-बार लोगों को कहकर उकसाने और वीडियो वायरल से आवेश में आकर हत्या करने की बात पुलिस के सामने कबूल की है। वहीं पूर्व विधायक डॉ राजकुमार जयपाल पर हमले की कोई मंशा नहीं होने की बात भी आरोपी ने कही है।
बता दें कि पुष्कर के बांसेली स्थित रिसोर्ट में शनिवार दिनदहाड़े छावनी परिषद के पूर्व पार्षद सवाई सिंह उर्फ सवाई बन्ना और उसके दोस्त दिनेश तिवाड़ी पर अचानक फायरिंग हुई। इससे बचने के लिए उन्होंने हमलावरों पर टेबल फेंककर मारी थी, लेकिन 3 हमलावर बंदूकें लेकर आए थे। बदमाशों ने ताबड़तोड़ फायरिंग की। इस घटना में सवाई सिंह को तीन गोली लगी। जबकि दिनेश तिवाड़ी के पेट में गोली लगी जो बाहर निकल गई थी।
पीछे से की थी फायरिंग
सिर के पिछले हिस्से में धंसी गोली ही सवाई सिंह की मौत का कारण बनी। सवाई सिंह के शरीर से तीन गोलियां पुलिस ने जब्त की है जबकि दो गोलियों के छेद भी शरीर में मिले। सिर की गोली को निकालने के लिए मेडिकल ज्यूरिस्ट की टीम को भी खासी मशक्कत करनी पड़ी थी। सवाई सिंह के एक गोली कंधे में और एक पसलियों में भी थी। जिसे आसानी से निकाल लिया गया। बताया जा रहा है कि सभी गोलियां पिस्टल की थी। दो गोली एक पिस्टल से और एक गोली दुसरी पिस्टल से चलने की भी जानकारी मिली है।
चेहरे पर नहीं शिकन
हत्या के आरोपी सूर्यप्रताप सिंह के चेहरे पर कोई शिकन नहीं है। उसने पुष्कर थाने में रात्रि में आराम से खाना खाया। सुबह जब मीडिया के सामने उसकी फोटो खिंचवाई जा रही थी तब भी उसने हंसते हुए फोटो खिंचवाई। सूर्यप्रताप ने पकड़े जाने के बाद साफ कहा कि “आज उसने अपने बाप का बदला ले लिया है।” आरोपी ने पुलिस के सामने कबूल किया है कि मृतक सवाई सिंह आए दिन मदन सिंह की हत्या करने व खुला घूमने की बात सबके सामने करता था। साथ ही एक वीडियो भी पिछले दिनों वायरल हुआ जिसमें कहा गया कि मदन सिंह के हत्यारे खुले घूम रहे हैं और उनके बेटे कुछ नहीं कर पा रहे हैं इससे दोनों भाई आवेश में आ गए थे और उन्होंने इस वारदात का षड्यंत्र रचा।
मथुरा का रहने वाला है कुलदीप
वारदात के बाद आरोपी सूर्य प्रताप का बड़ा भाई धर्म प्रताप व मथुरा का रहने वाला कुलदीप फरार हो गया है। पुलिस दोनों की तलाश कर रही है। पुलिस पूछताछ में सूर्य प्रताप ने कहा कि कुलदीप अपने पास मोबाइल नहीं रखता है पुलिस का मानना है कि कुलदीप को शार्प शूटर के रूप में इस घटना में काम में लिया गया है लेकिन सूर्य प्रताप अपने बयानों में उसे बचाना चाह रहा है।
पत्रकार मदन सिंह की 1992 में की थी हत्या
लहरों की बरखा अखबार के संपादक कुंवर मदन सिंह ब्लैकमेल कांड से जुड़े लोगों की सच्चाई आमजनता के सामने ला रहे थे। जिससे ब्लैकमेल कांड से जुड़े सफेदपोश लोगों में खलबली मची हुई थी। इसके चलते ही 4 सितम्बर 1992 को श्रीनगर रोड पर नाले के पास स्कूटर पर जा रहे मदन सिंह पर कार में सवार सवाई सिंह सहित अन्य ने फायरिंग की। मदन सिंह ने नाले में कूदकर खुद को बचाया। इसके बाद मदन सिंह को जेएलएन अस्पताल में भर्ती करवाया था। अस्पताल में ही 11 सितम्बर को कम्बल ओढ़कर आए लोगों ने फायरिंग की। मदन सिंह की मां ने हमलावरों की बंदूक तक पकड़ी थी लेकिन हमलावर मदन सिंह को मौत की नींद सुलाकर फरार हो गए थे।
सभी आरोपी दोषमुक्त
एडवोकेट अजय प्रताप वर्मा ने बताया कि मदन सिंह हत्याकांड में सवाई सिंह, पूर्व विधायक डॉ राजकुमार जयपाल, डॉ जितेन्द्र चौधरी, सुधीर शिवहरे, पप्पू सिंह उर्फ मौहब्बत बन्ना सहित अन्य को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। वर्ष 2001 में सभी आरोपियों को सबूत नहीं मिलने के अभाव में दोषमुक्त कर दिया था।
पूर्व विधायक पर की थी फायरिंग
हत्या के आरोप में पकड़े गए सूर्यप्रताप सिंह व उसके बड़े भाई धर्मप्रताप सिंह ने रीजनल कॉलेज के पास पूर्व विधायक डॉ राजकुमार जयपाल और सवाई सिंह पर वर्ष 2010 में फायरिंग की थी। हालांकि इसमें वह बच निकले। इस मामले में भी दोनों भाईयों को जेल हुई थी। इससे पहले हत्याकांड में शामिल सुधीर शिवहरे के दोनों भाईयों ने हाथ पांव तोड़ दिए थे। जिससे उसने बिस्तर पकड़ लिया था। बाद में उसकी मृत्यु हो गई थी।
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