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शोपीस बना फायर सिस्टम...वाहन फिटनेस में आमजन पर निगरानी, खुद की सुरक्षा भगवान भरोसे!

राजधानी के झालाना स्थित आरटीओ के दफ्तर में आग बुझाने के लिए लगाए गए एक दर्जन से अधिक अग्निशमक यंत्र शोपीस बने हुए हैं।
09:42 AM Jul 25, 2023 IST | Anil Prajapat
शोपीस बना फायर सिस्टम   वाहन फिटनेस में आमजन पर निगरानी  खुद की सुरक्षा भगवान भरोसे

(निरंजन चौधरी) : जयपुर। राजधानी के झालाना स्थित आरटीओ के दफ्तर में आग बुझाने के लिए लगाए गए एक दर्जन से अधिक अग्निशमक यंत्र शोपीस बने हुए हैं। इतना ही नहीं यहां लगे यंत्रों में से आधे से अधिक में तो आग बुझाने वाली कार्बनडाई ऑक्साइड गैस ही नहीं है। इसके अलावा यंत्र की दयनीय स्थिति को देखकर ऐसा लगता है जैसे ये कई वर्षों से अपनी जगह से ही नहीं हिले।

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गौरतलब है कि पिछले दिनों राजधानी के जेकेलोन अस्पताल में आग लगी थी। इसमें वहां मौजूद कर्मचारियों ने अपनी जान की बाजी लगाकर लोगों को बचाया था। इसके बाद फायर सिस्टम को लेकर अधिकतर विभागों में अलर्ट जारी किया गया था। मगर आरटीओ प्रशासन का ध्यान यहां लगे अग्निशमक यंत्रों की ओर नहीं गया, जबकि यहां प्रत्येक अधिकारी और कर्मचारी को अपने कमरे में पहुंचने से पहले इनके पास से गुजरना पड़ता है, इसके बावजूद भी किसी का ध्यान इस ओर नहीं गया।

फ्लोर पर लगे 6 यंत्र, आधे से अधिक में गैस ही नहीं 

झालाना स्थित आरटीओ ऑफिस में पहले फ्लोर पर 6 अग्निशमक यंत्र लगाए गए हैं, जिनमें आधे से अधिक यानी 4 तो बिना गैस ही शोपीस लटके हुए हैं। इसके अलावा जिन दो में आधी गैस है उनको देखकर भी लगता है जैसे सालों से उनकी रिफलिंग  ही नहीं हुई। वहां लंबे समय से कार्यरत कुछ कर्मचारियों ने बताया कि इनकी तरफ किसी का ध्यान नहीं है, अगर कल को कोई आग लगने जैसा हादसा हो जाएगा, तब ही इनकी सुध ली जाएगी।

एक्सपायरी डेट ही गायब

आरटीओ में लगे आग बुझाने के यंत्रों की स्थिति देखने पर लगता है कि इन्हें लंबे समय से बदलवाना तो दूर उतारा तक नहीं गया है। इनके ऊपर से एक्सपायरी डेट ही गायब है। अगर भविष्य में कोई भी आग जैसी यहां दुर्घटना होती है तो ये यंत्र कोई काम ही नहीं आएंगे। गौरतलब है कि जहां ये यंत्र लगाए गए हैं, आसानी से सभी जिम्मेदारों को नजर भी आते हैं, मगर बानगी यह है कि इनकी तरफ किसी ने झांकने तक को जरूरी नहीं समझा।

सुरक्षा का सवाल 

आरटीओ में प्रतिदिन सैकड़ों आमजन और कर्मचारी उपस्थित रहते हैं। इसके अलावा यहां नई से लेकर पुरानी गाड़ियां भी रजिस्ट्रेशन के अलावा फिटनेस के लिए आती हैं। इस दौरान अगर यहां कोई छोटी सी भी चूक होती है तो बड़ा खतरा हो सकता है। इससे निपटने के लिए आरटीओ विभाग के पास फायर सिस्टम तक नहीं है।

यह है नियम 

प्रत्येक ऑफिस में फायर फाइटिंग सिस्टम को प्रतिवर्ष रिफिलिंग कराना जरूरी होता है। इसके अलावा जरूरत के अनुसार निगम की ओर से प्रत्येक ऑफिस में अग्निशमक यंत्र के लिए बाध्य किया जाता है।

वाहन फिटनेस में जरूरी है अग्निशमक यंत्र 

आरटीओ नए वाहन के रजिस्ट्रेशन के समय और फिटनेस केसमय वाहन में अग्निशमक यंत्र का होना जरूरी बताता है।इसके अलावा समय-समय पर इसे बदलवाने की भी हिदायत देता है।

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