ओडिशा के स्वास्थ्य मंत्री की हत्या ही करना चाहता था आरोपी ASI, साथी पुलिसकर्मी ने दिया बयान
ओडिशा के स्वास्थ्य मंत्री की हत्या मामले ने पुलिस की प्रारंभिक जांच में खुलासा हुआ कि वे आरोपी ASI मंत्री नब किशोर दास की हत्या करना ही चाहता था। प्रभारी निरीक्षक ने अपनी प्राथमिकता में कहा है कि आरोपी एएसआई मंत्री की हत्या करने की साफ मंशा रखता था।
मंत्री की सुरक्षा में तैनात थे दोनों पुलिसकर्मी
ब्रजराजनगर पुलिस थाने के प्रभारी निरीक्षक प्रद्युम्न कुमार स्वैन ने अपने बयान में कहा कि वे घटना के दौरान वहां मौजूद थे जब आरोपी ASI ने 60 वर्षीय मंत्री पर बीते रविवार को कथित तौर पर गोली चलाई थी। जिसके बाद मंत्री की इलाज के दौरान मौत हो गई थी। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम के लिए यातायात प्रबंधन की ड्यूटी में तैनात गांधी चौक पुलिस थाने का एएसआई गोपाल दास अचानक मंत्री के बेहद करीब आया और अपनी सर्विस पिस्तौल से उन पर करीब से गोली चला दी। उसकी मंशा साफ तौर पर मंत्री की हत्या करनी की थी।
साथी पुलिसकर्मी को भी आई थी चोट
स्वैन ने बताया कि आरोपी ASI ने जो दूसरी गोली चलाई जो उनकी ही एक उंगली में लग गई। उन्होंने कहा कि पुलिस अधिकारी मंत्री नब किशोर दास के कार्यक्रम के लिए यातायात प्रबंधन, कानून व्यवस्था के लिए 29 जनवरी 2023 को साढ़े 10 बजे तैनात हो गए थे। आईआईसी ने कहा कि दोपहर करीब 12 बजकर 15 मिनट पर मंत्री नब किशोर दास की कार इमारत के पास रुकी और वह अपनी गाड़ी से उतरे। अचानक कार्यक्रम के लिए यातायात प्रबंधन की ड्यूटी पर तैनात एएसआई मंत्री के करीब आया और मंत्री को निशाना बनाते हुए बहुत करीब से अपनी सर्विस पिस्तौल से उन पर गोली चला दी।
संसद में उठाया जाएगा मुद्दा
स्वैन ने बताया कि गोली मंत्री के सीने पर लगी और वह नीचे गिर पड़े। मंत्री के शरीर पर गोली के घाव से काफी खून बह रहा था। उन्होंने बताया कि उनके साथ कांस्टेबल केसी प्रधान ने आरोपी एएसआई को दबोच लिया। इस दौरान ASI ने अपनी 9 एमएम की पिस्तौल से दो और गोलियां चलायी। उसकी दूसरी गोली से मुझे एक उंगली पर चोट लगी। इस दौरान मंत्री के अलावा कालीनगर के जीबनलाल नायक रिंटू नामक एक व्यक्ति को भी चोट आई है। कड़ी मशक्कत के बाद स्वैन और कांस्टेबल प्रधान ने दास को काबू में कर लिया। वहीं कालाहांडी से भाजपा सांसद बसंत पांडा ने कहा कि वह ओडिशा के मंत्री की हत्या का मामला संसद में उठाएंगे।