दिन की जगह रात में दी जा रही बिजली, किसान कड़ाके की ठंड में रात में सिंचाई करने को मजबूर
अलवर। हाड़कपाती सर्द रातों में जहां लोग रजाइयों में दुबके रहते हैं वहीं धरती पुत्रों की पूरी रात खेतों में सर्द हवाओं के बीच गुजरती है। रात में मिल रही बिजली के चलते तेज सर्दी में अन्नदाता जान हथेली में रखकर शीतलहर के बीच सिंचाई करने को मजबूर है। कड़ाके की ठंड के चलते लोग घरों के बाहर निकलने में डर रहे हैं। किसान फसलों की सिंचाई का समय चलने के कारण सर्दी का सितम सहन कर रहे हैं।
लोड सेटिंग के नाम पर हो रही कटौती
दूसरी और कृषि की सिंचाई के लिए अलावड़ा सहित सभी ग्रामीण क्षेत्रों में रात के समय पावर सप्लाई दी जा रही है और ग्रामीण क्षेत्रों के बडे़ कस्बों में चौबीस घंटे दी जाने वाली विद्युत सप्लाई में लोड सेटिंग के नाम पर बार-बार दो-दो घंटे से अधिक की कटौती की जा रही है। जिससे किसानों में सरकार के प्रति भारी आक्रोश व्याप्त है। दिन के समय ग्रामीण क्षेत्र के दुकानदार भी अपनी अपनी दुकानों के सामने अलाव तापते हुए ग्राहक आने का इंतजार करते नजर आते हैं।
हजारी जाटव, गुरचरण सिंह,खेमचंद,ताहिर भाई, फजरु खां,नसरु खान सहित अनेक किसानों ने बताया कि जब राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा अलवर जिले से निकली उस समय सभी ग्रामीण क्षेत्रों में किसानों को दिन में विद्युत सप्लाई दी गई और लोड सेटिंग के नाम पर कटौती भी नहीं हुई। जबकि उस समय इतनी सर्दी नहीं पड़ रही थी।
लोगों में सरकार के प्रति आक्रोश
अब जब भारी बर्फ बारी और पारा शून्य डिग्री तक पहुंच रहा है और कोहरे के कारण 100 फुट दूर तक दिखाई नहीं देता। ऐसे समय में सरकार किसानों को रात में विद्युत सप्लाई दी जा रही है। लोगों का कहना है कि अगर किसानों को रात में लाइट दी जाती रही तो आगामी चुनाव में किसान सरकार को सबक अवश्य ही सिखा देगा और उसी सरकार और पार्टी का समर्थन करेंगे जो किसानों के हितों का ध्यान रखेगी।