आसमान से पड़ी आफत ने किसानों को रुलाया, अब पाई-पाई के लिए आला-अधिकारियों के सामने गिड़गिड़ाने को हुए मजबूर
अलवर। खेती कर अपने परिवार की रोजी-रोटी चलाने वाले किसानों पर कुदरत की ऐसी मार पड़ी है कि अब वह आला अधिकारियों को सामने पाई-पाई के लिए गिड़गिड़ाने पर बेबस हो गए हैं। आसमान से पड़ी कोहरे की आफत ने लाखों रुपए को तिजोरी में आने से पहले ही छीन लिया है। किसानों का गम के मारे ऐसा हाल हो रहा है कि वह रो भी नहीं सकते हैं और उनकी व्यथा भी कोई नहीं सुन रहा है।
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सरसों की फैसल पूरी तरह हुई चौपट
दरअसल, पिछले 5-6 रोज से पड़े भंयकर पाले ने किसानों की पक्की पकाई फसल को पूरी तरह से चौपट कर दिया है। हम बात कर रहे हैं अलवर जिले की। जहां पाले की वजह से किसानों की पूरी फसल बर्बाद हो गई है। इसका सीधा सा असर आम इंसान पर पड़ रहा है। पाला पड़ने से खराब हुई सब्जियों के दाम रातोंरात बढ़ गए हैं। इतना ही नहीं पाला से सब्जियों के साथ किसानों की फसल भी पूरी तरह से बर्बाद हो चुकी है।
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बानसूर के किसानों की बढ़ी चिंता
अलवर के बानसूर क्षेत्र में कई ग्राम पंचायतों में सरसों की फसल को भारी नुकसान हुआ है। देखा जाए तो 4 दिन तक जोरदार पाला पड़ने से किसानों की चिंताएं बढ़ चुकी है। वही रिकॉर्ड तोड़ बर्फबारी के चलते 0- 5 डिग्री पर तापमान पर पहुंच जाने से सरसों की फसल पर बड़ा असर देखने को मिल रहा है। वही जमाव बिंदु के आसपास तापमान होने के कारण खेत खलियान में चारों ओर बर्फ की चादर जमने से सरसों की फसल को चपेट में ले लिया है।
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70% फसल हुई खराब
फिलहाल किसानों ने बताया कि सरसों की फसल में 70 प्रतिशत नुकसान हो गया है। वही किसान सरकार से मुआवजे की मांग को लेकर प्रशासन के आला अधिकारियों को ज्ञापन भी दे रहे हैं। सरसों की फसल खराब होने से किसान चिंतित नजर आ रहे हैं किसान जिला प्रशासन से मुआवजे की मांग कर रहे हैं। गांव हाजीपुर, बहरामकाबास, रामपुर, सबलपुरा सहित अन्य ग्राम पंचायतों में सरसों की फसलें को भारी नुकसान बताया जा रहा है खेतों में सरसों की फसल की फली खराब हो रही है किसानों ने कहा कि फसल बुवाई करने को लेकर काफी मेहनत करनी पड़ती है, लेकिन प्रकृति की मार उनकी फसल को खराब कर रही है।