Family Travel: रिश्तों को मजबूत बनाने के लिए जरुरी है परिवार के साथ वेकेशन पर जाना
Family Travel: ट्रेवल करना किसे नहीं पसंद है, किसी को अकेले तो किसा को अपने दोस्तों के साथ। लेकिन परिवार वालों के साथ ट्रेवल करना बेहद खआस होता है। परिवार का साथ हो तो हम कई चिंताओं से मुक्त महसूस करते हैं, कही खर्चा ज्यादा हो भी जाए तो हम अपने परिवार के साथ बेफिक्र रह सकते हैं। यहीं नहीं परिवार साथ ट्रेवल करने मतलब है अपने जीवनभर के लिए खूबसूरत यादों को जोड़ना। सब इससे कुछ न कुछ नया सीखते भी हैं और एक-दूसरे को समझने का मौका भी पाते हैं। जब नई पीढ़ी नौकरी, शादी या पढ़ाई के लिए शहर या देश से बाहर जाती है तो पुराने एल्बम से यही यादें निकलकर माता पिता को साथ बिताये दिनों की तसल्ली देती है।
अपने लिए बनाए यादों का पिटारा
आप भले ही छोटे से वेकेशन पर जाए लेकिन वेकेशन पर बीता हर एक पल बेहद खास हो जाता है। आप कुछ तस्वीरें कैमरे में कैद करते हैं तो कुछ अपने दिल में। ऐसे में जब भी हम डाउन फील करें या जिंदगी में उदास हो तो हमारे वो यादें हैं जिन्हें याद कर हम फिर खुश हो सकते हैं। इसलिए छुट्टियों में बिताया समय हमेशा आपको खुशियां देने और तरोताजा करने का काम करता है। बल्कि कई बार तो ऐसी छुट्टियां रिश्तों में आने वाली कड़वाहट को दूर करने का भी जरिया बन जाती हैं।
Family Travel: बच्चों को करवाए नए अनुभव
ट्रेवल करने का मतलब होता है नई जगह को खूब एक्सप्लोर करना। ट्रेवल करने से न केवल आप नई जगह के बारे में जानेंगे बल्कि आपके बच्चें किताबी ज्ञान से बहुत कुछ आगे का सीख पाएंगे। नई-नई जगहों पर घूमने से बच्चों को काफी नई चीजों का एक्सपीरियंस होता है। हर नए सफर से नए स्थान तक जाने में हम भिन्न संस्कृतियों, खान-पान, भाषाओं-बोलियों, लोगों आदि के बारे में बहुत कुछ जानते और सीखते हैं।
मिटाएं दूरियां
Family Travel: कभी-कभी बात चीत में कमी की वजह से घरवालों के बीच में ही दूरियां आ जाती है. ऐसे में किसी छोटी सी ट्रिप पर परिवार वालों के साथ जाना लाभदायक साबित हो सकता है। बच्चों से लेकर बड़ों तक को यह बात समझ में आती है कि हमें साथ पाने या मदद के लिए अपने परिवार से बढ़कर सहयोगी और कोई नहीं मिल सकता। यही हमारी असली ताकत है।
एक नया बॉन्ड करे तैयार
Family Travel: इस भाग दौड़ भरी जिंदगी में आज कल माता-पिता अपने बच्चों को ज्यादा समय नहीं दे पाते हैं। बड़ों को दफ्तर या घरों से फुरसत नहीं होती, तो बच्चों और युवाओं को पढ़ाई और वर्चुअल दुनिया से छुटकारा मिलना मुश्किल होता है। ऐसे में एक छोटा सा विकेशन आपको अपने जीवन में शांति लाने का और अपने बच्चों के करीब आने का मौका दे सकता है। भावनात्मक रूप से जुड़ने का यह बहुत अच्छा तरीका साबित हो सकता है।