पुलवामा अटैक के 4 साल बाद भी अब तक नहीं लगी शहीद हेमराज की प्रतिमा, वीरांगना लगा रही है ऑफिसों के चक्कर
चार साल पहले हुए कश्मीर के पुलवामा में आतंकी हमले के मंजर अभी भी हर किसी के जहन में ताजा हैं लेकिन शासन-प्रशासन शायद इस अटैक में शहीद हुए सैनिकों को भूल गए हैं, उनके परिवारों से बड़-बड़े वादे, बड़े-बड़े दिलासे सिर्फ उनकी जुबान तक ही सीमित रहे, कभी जमीन पर नहीं उतरे। दो दिन बाद 14 फरवरी को पुलवामा शहीद दिवस है, अब ये बड़े-बड़े वादे फिर से किए जाएंगे फिर से इनके परिवारों को दिलासे दिलाए जाएंगे। फिर सब कुछ शांत हो जाएगा।
14 फरवरी को हुआ था पुलवामा अटैक
पुलवामा में आतंकवादी हमले में शहीद कोटा के वीर जवान हेमराज मीणा ने 14 फरवरी को अपने प्राणों की आहुति दी थी। जिस पर राजस्थान सरकार के तीन मंत्रियों ने पहुंचकर सांगोद के अदालत चौराहे पर शहीद की प्रतिमा लगाने की घोषणा की थी। इसके बावजूद 4 साल गुजर जाने के बावजूद न तो कोई मूर्ति लगी और न ही शहीद के परिवार की ही पूछ परख की गई। उधर शहीद की वीरांगना मधुबाला मीणा ने कहा कि मेरा घर उजड़ गया, लेकिन उस बलिदानी वीर पर भी राजनीति की जा रही है। शहीद हेमराज ने देश के बलिदान दिया। आज उस बलिदान का अपमान किया जा रहा है। वीरांगना ने आज मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि अगर अदालत चौराहे पर मूर्ति नहीं लगती है तो वे अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठ जाएगी।
शहीद का हो रहा है अपमान
मधुबाला का कहना है कि जिस जगह पर प्रतिमा को लगाने की प्रस्तावना दी गई थी उस जगह को अतिक्रमणकारियों ने कब्जा रखा है। उन्हें राजनीतिक संरक्षण भी प्राप्त है। इस जमीन पर कब्जा छुड़ाने की सरकार की ओर से कोई पहल नहीं की गई। भूमाफिया शहीद का अपमान कर रहा है और सरकार चुपचाप देख रही है। वीरांगना मधुबाला ने कहा कि विधायक भरतसिंह हर मामले में पत्र लिखते रहते हैं, लेकिन अपने विधानसभा क्षेत्र में हो रहे अतिक्रमण और शहीद के अपमान पर चुप हैं। अधिकारियों से बात करते हैं तो कहते हैं कि हमारे हाथ बंधे हैं।
भूख हड़ताल की दी चेतावनी
गौरतलब है कि शहीद हेमराज मीणा सीआरपीएफ में जवान के रूप में तैनात थे। जो जम्मू कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले में शहीद हो गए। जिसके बाद शहीद के पैतृक गांव ग्राम विनोदकलां में हुई श्रद्धांजलि सभा में राज्य सरकार की ओर से यूडीएच मंत्री शान्ति कुमार धारीवाल, खान एवं गोपालन विभाग मंत्री प्रमोद जैन भाया और मंत्री रमेश मीणा ने शामिल होकर सांगोद में अदालत चौराहे के बीच सर्किल का निर्माण करके शहीद हेमराज मीणा की मूर्ति स्थापित करने की घोषणा की थी। जिसके मुताबिक शहीद सर्किल का ले-आउट प्लान भी पास कर दिया गया। वीरांगना मधुबाला का कहना है कि अब भी अगर मेरी सुनवाई नहीं हुई तो मुझे मजबूरन भूख हड़ताल पर बैठना पड़ेगा।
(इनपुट- योगेश जोशी)