धौलपुर में बिजली विभाग की लापरवाही आई सामने,करंट से दो तेंदुओं की मौत
जयपुर। राजस्थान के धौलपुर जिले के सोने का गुर्जा थाना इलाके के बीहड़ों में करंट की चपेट में आने से दो तेंदुओं की मौत हो गई। सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। वन विभाग की टीम ने दोनों तेंदुओं के शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए रखवा दिया है। करंट लगने से दो तेंदुएं के जान जाने के बाद वन विभाग की टीम भी अलर्ट हो गई। वन विभाग के रेंजर अमर लाल मीणा ने बताया की धौलपुर जिले में कुछ दिन से बारिश और तेज आंधी चल रही है। इसकी वजह से विद्युत लाइन के पोल टूटकर नीचे गिर गए।
दोनों तेंदुएं जारोली क्षेत्र के जंगलों में घूम रहे थे। पास ही विद्युत लाइन का तार टूटा हुआ पड़ा था। दोनो तेंदुएं टूटे हुए तार की चपेट में आ गए। दोनों तेंदुओं की मौके पर मौत हो गई। प्रशासन ने मामले की जांच शुरू कर दी है। रेंजर अमर लाल मीणा ने बताया कि सूचना मिली की सोने के गुर्जा इलाके के जारोली क्षेत्र के जंगलों में दो तेंदुएं मरे हुए पड़े हैं। सूचना के बाद वन विभाग की टीम पहुंची। दोनों तेंदुएं बिजली के तार के पास गिरे हुए मिले। टीम ने घटना स्थल का मौका मुआयना किया। दोनों तेंदुओं के शवों काे पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पोस्टमार्टम के बाद दोनों तेंदुओं का अंतिम संस्कार किया जाएगा।
तार टूटने के बाद भी बंद नहीं की लाइट
स्थानीय लोगों ने बताया की बिजली का तार तेज आंधी से टूट गया था, लेकिन बिजली विभाग ने लाइट को बंद नहीं किया। ना ही कोई अधिकारी वहां पहुंचा। बिजली की चपेट में आने से पहले भी ऐसे हादसे हो चुके हैं। वहीं, इस हादसे के बाद स्थानीय लोगों में वन विभाग की टीम को लेकर खासा नाराजगी है। उनका कहना है कि वन विभाग टीम ऐसी लापरवाही करती रहती है।
करंट से दादा-पोते की मौत, दूसरा पोता भी झुलसा
इधर, सीकर में रविवार सुबह भीषण हादसा हो गया। करंट की चपेट में आने से दादा-पोते की मौत हो गई। वहीं दोनों को बचाने आया एक पोता भी गंभीर घायल हो गया, जिसे जयपुर रेफर किया गया है। हादसे के बाद इलाके में हड़कंप मच गया। मुआवजे की मांग को लेकर ग्रामीणों व परिजनों ने हॉस्पिटल के बाहर करीब 3 घंटे तक विरोध-प्रदर्शन किया। श्रीमाधोपुर थाना इलाके के नांगल-लिसाड़िया में बारिश के बाद भागीरथदास स्वामी (65) अपने पोते अंकित स्वामी (17) पुत्र मुकेश स्वामी के साथ रविवार सुबह खेत में काम करने के लिए गया था।
भागीरथदास सड़क किनारे लगी डीपी के पास फावड़े से घास की खुदाई कर रहा था। बारिश की वजह से खेत के पास ही खंभे के पास बंधे तार में करंट दौड़ रहा था। भागीरथ को करंट लगा और वह तड़पने लगा। दादा को तड़पते देख पोता अंकित स्वामी (17) छुड़ाने पहुंचा तो वो भी करंट की चपेट में गया। करंट लगने से दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। इसी दौरान वहां से गुजर रहा भागीरथ के बड़े भाई का पोता विमल (18) ने दोनों को बचाने का प्रयास किया, जिसमें वह घायल हो गया। लोगों बिजली विभाग के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया।
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