बेणेश्वर धाम के महंत पर हुए हमले के विरोध में आक्रोश व्याप्त, साबला कस्बा अनिश्चितकाल के लिए बंद
Mahant Achyutanand Maharaj : डूंगरपुर। वागड़ के प्रमुख तीर्थ स्थल बेणेश्वर धाम के महंत अच्युतानंद महाराज पर हुए हमले के बाद सर्वसमाज में आक्रोश व्याप्त है। महंत पर हमले के विरोध में सर्व समाज और साबला व्यापार मंडल ने रैली निकाल कर विरोध-प्रदर्शन किया। साथ ही साबला कस्बा अनिश्चितकाल के लिए बंद रखकर विरोध जताया।
रविवार सुबह जैसे ही लोगों को सूचना मिली कि बेणेश्वर धाम के महंत अच्युतानंद महाराज पर पर जानलेवा हमला हुआ है। वैसे ही लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। इस घटना के बाद सुबह साबला व्यापार मंडल और सर्व समाज की बैठक हुई। जिसमें साबला कस्बे के बंद का आह्वान किया गया। जिस पर दुकानदारों ने अपने-अपने प्रतिष्ठान बंद रखे।
रैली निकाली, एसडीएम को सौंपा ज्ञापन
वहीं, सर्व समाज के लोग रैली निकालते हुए एसडीएम ऑफिस पहुंचे। जहां पर एसडीएम को ज्ञापन सौंपकर आरोपियों को शीघ्र गिरफ्तार करने की मांग की। साथ ही चेतावनी दी कि अगर समय रहते आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया गया तो उग्र आंदोलन किया जाएगा।
ये है पूरा मामला
बेणेश्वर धाम के पीठाधीश्वर महंत अच्युतानंद महाराज सरोदा में अपनी बीमार मां अच्युतानंदजी से मिलने के बाद शनिवार रात को वापस साबला हरि मंदिर जा रहे थे। तभी पादड़ी के पास ढाले पर अज्ञात बदमाशों ने उनकी कार पर पत्थर से हमला कर दिया। पत्थर कार का शीशा तोड़ते हुए महंत को जा लगा। जिससे उनके मुंह व जबड़े में गंभीर चोटें आई हैं। उन्हें तुरंत सागवाड़ा के एक निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां आईसीयू में रखा गया। लेकिन, कुछ देर बाद ही महंत को गंभीर हालत में अहमदाबाद रैफर कर दिया।
अहमदाबाद के अस्पताल में भर्ती घायल महंत
सरोदा थाना पुलिस बदमाशों की तलाश में जुटी में है, लेकिन अभी तक बदमाशों का कोई पता नहीं चल सका है। इस हमले के वक्त कार में उनकी पत्नी और 2 बच्चे भी साथ थे। लेकिन, गनीमत रही कि उन्हें कोई चोट नहीं आई है। मंहत पर हमले की सूचना मिलते ही मंत्री महेंद्रजीत सिंह मालवीया, सांसद कनकमल कटारा सहित कई लोग उनके मिलने के लिए अस्पताल पहुंचे। लेकिन, मंहत को गंभीर हालत में देर रात ही अहमदाबाद रैफर कर दिया है। जहां पर एक निजी अस्पताल में महंत का उपचार जारी है।
ये खबर भी पढ़ें:-राजस्थान में चुनाव के दिन 18 नेताओं पर गिरी गाज, कांग्रेस ने 6 साल के लिए दिखाया बाहर का रास्ता