बढ़ेगी सख्ती: नौकरी में मलाई काट रहे डमी अभ्यर्थियों की अब खैर नहीं! RSSB ने उठाया ये बड़ा कदम
Jaipur News: राजस्थान में लगातार पेपर लीक माफियाओं और नकल रोग पर एसओजी का एक्शन जारी है। राजस्थान कर्मचारी बयन बोर्ड डगी कैडिट्स पर कड़ी कार्रवाई की तैयारी में है। भविष्य की भर्तियों के लिए फेस स्क्रीनिंग और फिंगर प्रिंट की सुविधा से जोड़ने की तैयारी है। इस कदम के सकारात्मक परिणाम देखने को मिलेंगे।
इसी के साथ पीटीआई भर्ती में जिन चयनित अभ्यर्थियों ने जॉइनिंग ले ली, उनकी ऑनलाईन फार्म में लगाई गई फोटो की सॉफ्ट कॉपी शिक्षा निदेशालय भेनी गई है। वहां से संबंधित जिला मुख्यालय में नियुक्ति पाने वाले अभ्यर्थी के नियुक्ति स्थान पर भेनी जाएगी। डमी कैडिट्स पर एक्शन लेने और इसे रोकने के लिए उठाए जा रहे कदमों को लेकर 'सच बेधडक' ने राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड के अध्यक्ष आलोक रान से खास बातचीत की।
Q. एमी कैंडिडेट्स को रोकने के लिए बोर्ड क्या कदम उठा रहा है?
A. अब बोर्ड की सभी भर्तियों में ऑनलाईन फार्म भरते समय अभ्यर्थी अपना आधार कार्ड की लिंक करेगा। इससे अभ्यर्थी की तमाम जानकारी बोर्ड के पास आ जाएगी। जिन अभ्यर्थियों के पास आधार कार्ड नहीं होगा, उनको अपना मूलनिवास प्रमाण पत्र लगाना पड़ेगा। उन अभ्यधियों की आअलग से जांच की आएगी। अगर उसमें कोई फर्जी होता हैं तो पाता चल जाएगा।
Q. आधार कार्ड लिंक के अलावा बोर्ड और क्या कर रहा है?
A. हमारी कोशिश है कि आने वाली परीक्षाओं में फिंगर प्रिंट और फेस सचिन की सुविधा को भी जोड़े, जिससे आगामी भर्तियों में डमी कैंडिडेट्स के मामलों को खत्म किया जा सके। अभ्यर्थी को अपना मूल निवास या डिजिलोंकर से 10वीं बोर्ड प्रमाण पत्र लिंक करना होगा या एका सपथ पत्र देना होगा कि उसके पास ये सभी दस्तावेज नहीं हैं और परीक्षा केंद्र पर दूसरों की तुलना में 1-2 घंटे पहले आना होगा, जहां उसकी फेस स्कैन या बायोमेट्रिक्स होगी। अगर अभ्यर्थी इसमें भी बच जाता है तो डॉक्यूमेंट वैरिफिकेशन के दौरान पकड़ा जाएगा।
Q. पीटीआई भर्ती में डमी अभ्यर्थी को लेकर बोर्ड ने क्या कदम उठाया है?
A. पीटीआई भर्ती में सभी चयनित अध्भार्थियों के ऑनलाइन फॉर्म में लगाई गई फोटी की सॉफ्ट कॉपी निदेशालय भेज दी गई है, साथ ही निर्देश दिए गए हैं कि इसे सभी जिला मुख्यालय पर पर भेजा आए। इस फोटो वा मिलान साउंड पर काम कर रहे अभ्यर्थी से किया जाए। ऐसे में जिसने थी ऑनलाइन फॉर्म भरते समय इमी की फोटो अपलोड की थी, उस केंडिडेट की फोटो ग्रांउड पर काम करने वाले अभ्यर्थी से नहीं मिलेगी तो कार्रवाई होगी।
इसमें किसी तरह की कोई गड़बड़ी नहीं हो, इसके लिए ग्राउंड पर जांच करने वाले व्यक्तिः को लिखित में देना होगा कि दोनों डिडेट्स समान है। अगर बाद में इले लेकर शिकायत मिलती है तो उस पर भी कार्रवाई होगी। इस तरह आने वाले समय में तमाम भर्तियों में ये किया जाएगा, जिससे फर्जियों पर नकेल कसी जा सके।
हस्तलिपि का नमूना बनेगा बड़ा सबूत
'सच बेधड़क' से बातचीत में बोर्ड अध्यक्ष ने बताया कि अब तमाम भर्ती परीक्षा में अभ्यर्थियों का हस्तलिपि नमूना लिया जा रहा है। जिससे अगर भविष्य में कोई हमी केहिईट पकड़ा भी जाता है तो हस्तलिपी का नमूना बढ़ सबूत होगा।