भ्रष्टाचार के खिलाफ अजमेर से पायलट की जन संघर्ष यात्रा शुरू, PCC चीफ बोले-कांग्रेस का कोई लेना देना नहीं
जयपुर। राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम और कांग्रेस के दिग्गज नेता सचिन पायलट ने भ्रष्टाचार के खिलाफ बिगुल फूंकते हुए गुरुवार को अपनी जन संघर्ष पदयात्रा शुरू कर दी है। इधर, पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ने पायलट की जनसंघर्ष यात्रा को लेकर बड़ा बयान दिया है। पीसीसी चीफ डोटासरा ने कहा कि यह पायलट की निजी यात्रा है। यात्रा का कांग्रेस संगठन से कोई लेना देना नहीं है।
पीसीसी में सोशल मीडिया प्लेटफार्म के शुभारंभ पर मीडिया से मुखातिब होते हुए डोटासरा ने कहा कि शुक्रवार को कांग्रेस प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने दिल्ली में मीटिंग बुलाई है। जिसमें शामिल होने के लिए मैं कल दिल्ली जाऊंगा। दिल्ली में बैठक दोपहर 12 बजे रखी गई है। जिसमें तीनों सह प्रभारी भी शामिल होंगे। पायलट की पदयात्रा के सवाल पर डोटासरा ने कहा कि कांग्रेस का कार्यक्रम वही है जिसमें हाथ का निशान हो और खड़गे जी, सोनिया जी या राहुल जी की फोटो हो। ये सचिन पायलट की खुद की यात्रा है, ये कांग्रेस संगठन की यात्रा नहीं है।
पीसीसी चीफ डोटासरा ने कहा कि हमारी सरकार राजस्थान में अच्छा काम कर रही है। राजस्थान को छोड़कर देश में किसी राज्य में इस तरह की योजनाएं नही है। गहलोत सरकार की योजनाओं का हम प्रचार-प्रसार करेंगे। संगठन के युवाओं के अंदर एक नई जान डालने का काम करेंगे। उन्होंने कहा कि सुमित भगासरा कुशल संगठनकर्ता, एनएसयूआई, यूथ कांग्रेस से होते हुए यहां पहुंचे है। भगासरा का युवाओं में क्रेज है और हम सोशल मीडिया के जरिए बीजेपी को घेरने का काम करेंगे। बीजेपी और आरएसएस के नेगेटिव प्रचार का जवाब दिया जाएगा।
पायलट की जनसंघर्ष यात्रा शुरू
भ्रष्टाचार के खिलाफ सचिन पायलट की जन संघर्ष यात्रा अजमेर से शुरू हो गई, जो करीब 5 दिन बाद जयपुर पहुंचकर समाप्त होगी। इस दौरान पायलट रोज 25 किमी पैदल चलेंगे। सचिन पायलट का काफिला अजमेर से दोपहर करीब 1.40 बजे जयपुर के लिए रवाना हुआ। पेपरलीक और करप्शन के मुद्दे पर यह पदयात्रा पांच दिन में राजधानी जयपुर पहुंचेगी। सचिन पायलट के समर्थक यात्रा में तिरंगा झंडा लेकर चल रहे हैं। रास्ते में कई जगह सचिन पायलट के समर्थन में बड़े-बड़े होर्डिंग लगाए गए हैं।