कोटा मेडिकल कॉलेज में बनेगी DNA लैब, 435 लाख रुपए की मशीनरी खरीदेगा महाविद्यालय
जयपुर। जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल में डीएनए लैब बनाने का काम शुरू हो चुका है। वहीं अब कोटा के मेडिकल कॉलेज में जल्द ही डीएनए लैब शुरू हो सकेगा। कोटा मेडिकल कॉलेज ने लैब में जांच रिपोर्ट के लिए उपयोगी उपकरणों की खरीद शुरू कर दी है। डीएनए लैब में काम आने वाली मशीनरी के लिए अब कोटा मेडिकल कॉलेज 435 लाख रुपए खर्च करेगा।
इस पैसे से लैब में सैंपल्स को सुरक्षित रखने के लिए फ्रिज और टिश्यू को लंबे समय तक सेफ रख जांच में काम में आने वाली 22 तरह की मशीन खरीदेगा। लैब में मशीनरी स्थापित होने के बार इसी साल इस लैब की शुरुआत हो जाएगी। इस लैब के शुरू होने के बाद राजस्थान पुलिस अकादमी पानीपेच स्थित स्टेट फॉरेसिंग साइंस लेबोरेटरी से डीएनए टेस्ट का भार कम हो सकेगा।
प्रदेश में अभी सात FSL लैब
प्रदेशभर में अभी कुल स्टेट एफएसएल सहित कुल 7 एफएसएल लैब हैं। इसके बावजूद के सेज और पेंडेसी की संख्या बढ़ती जा रही है। इन लैब में 4 साल में 50 हजार से अधिक के सेज आए और पेंडेंसी बढ़ती गई। जयपुर एफएसएल पर डीएनए, नारकोटिक्स, साइबर, पॉलीग्राफ लाई डिटेक्शन सहित 16 तरह की जांच का भार है। उदयपुर, कोटा, अजमेर, भरतपुर, बीकानेर लैब्स में जैविक, विष, भौतिक, सीरम आदि की जांच होती है। जोधपुर के बाद कोटा व जयपुर मेडिकल कॉलेज में डीएनए फिंगर प्रिंट लैब से केसेज का जल्द निस्तारण हो सकेगा।