होमइंडिया
राज्य | राजस्थानमध्यप्रदेशदिल्लीउत्तराखंडउत्तरप्रदेश
मनोरंजनटेक्नोलॉजीस्पोर्ट्स
बिज़नेस | पर्सनल फाइनेंसक्रिप्टोकरेंसीबिज़नेस आईडियाशेयर मार्केट
लाइफस्टाइलहेल्थकरियरवायरलधर्मदुनियाshorts

राजस्थान की बेटी दिव्यकीर्ति ने रचा इतिहास, घुड़सवारी में अर्जुन पुरस्कार पाने वाली पहली भारतीय महिला बनी

11:32 AM Dec 22, 2023 IST | Mukesh Kumar

Indian Equestrian Divyakriti Singh Rathore: भारत सरकार ने सर्वोच्च खेल पुरस्कारों की घोषणा कर दी गई है। 9 जनवरी 2024 को राष्ट्रपति भवन में सभी राष्ट्रीय पुरस्कार दिए जायेंगे। बैडमिंटन की स्टार जोड़ी चिराग शेट्‌टी और सात्विकसाइराज रंकीरेड्‌डी को खेल रत्न अवॉर्ड को प्रदान किया जायेगा। वहीं 26 एथलीट को अर्जुन अवॉर्ड दिए जायेंगे। इसमें पहली बार किसी महिला घुड़सवार का नाम भी शामिल है। जिसमें एक नाम राजस्थान की बेटी दिव्यकृति सिंह का भी है।

यह खबर भी पढ़ें:– क्या विराट कोहली तोड़ पाएंगे सचिन तेंदुलकर के 100 शतकों का रिकॉर्ड? ब्रायन लारा ने की बड़ी भविष्यवाणी

41 साल बाद दिव्यकृति ने दिलाया देश को स्वर्ण पदक

दिव्यकृति ने देश की घुड़सवारी में 41 साल के लंबे इंतजार के बाद ऐतिहासिक स्वर्ण पदक दिलाया है। बता दें कि घुड़सवारी ड्रेसेज टीम की सदस्य दिव्यकीर्ति सिंह राजस्थान की बेटी हैं। जिसने पूरे देश को सिर गर्व से ऊंचा कर दिया है, 2022 में जब उनका एशियन गैम्स में चयन नहीं हुआ तो वो काफी टूट गई थीं। उनका कहना है कि इस हार को उन्होंने अच्छे से डील किया और अगले ही दिन से फिर प्रेक्टिस शुरु कर दी है।

जानिए पहला अर्जुन अवॉर्ड पानी वाली पहली महिला घुड़सवार

भारत को गोल्ड मेडल दिलाने वाली दिव्यकृति सिंह अर्जुन अवॉर्ड पाने वाली पहली महिला घुड़सवार हैं। उनकी ड्रेसेज टीम में दिव्यकीर्ति के साथ हृदय छेड़ा, अनुष अग्रवाल, और सुदीप्ति हजेला भी शामिल थे। देश को ये पदक दिलाने में दिव्यकृति की अहम भूमिका रही। बता दें कि 20 दिसंबर को खेल पुरस्कारों की घोषणा की गई थी, बैडमिंटन की स्टार जोड़ी को खेल रत्न के साथ 26 एथलीट्स को अर्जुन अवॉर्ड देने की घोषणा की गई है।

9 जनवरी को राष्ट्रपति भवन में मिलेगा खेल पुरस्कार
9 जनवरी 2024 को राष्ट्रपति भवन में खेल पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे। इनमें दिव्यकृति सिंह को अर्जुन अवॉर्ड दिया जायेगा।

विरासत में मिला दिव्यकृति को खेल

बता दें कि दिव्यकृति एक बेहतरीन घुड़सवार हैं। उन्हें ये खेल विरासत में मिला है। उन्हें परिवार में घुड़सवारी की पहली सीख मिली थी। उन्होंने पिछले कुछ सालों से जर्मनी में घुड़सवारी की ट्रेनिंग ले रही हैं। इससे पहले 2022 के एशियन गेम्स में चयन नहीं हुआ तो वो काफी टूट चुकी थी लेकिन उन्होंने शानदार कमबैक किया और पहले गोल्ड मेडल जीता और अर्जुन अवॉर्ड लेंगी।

Next Article