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देवनारायण मंदिर मामला : गुर्जर समाज ने जिला कलेक्टर पर जड़ा धोखा देने का आरोप, समझौते के तहत वादा नहीं हुआ पूरा

03:34 PM Jan 10, 2023 IST | Jyoti sharma
देवनारायण मंदिर मामला   गुर्जर समाज ने जिला कलेक्टर पर जड़ा धोखा देने का आरोप  समझौते के तहत वादा नहीं हुआ पूरा

अजमेर में वैशाली नगर में देवनारायण मंदिर की चारदीवारी तोड़ने के बाद उपजे विवाद को शांत करने के लिए जिला कलेक्टर अंशदीप ने गुर्जर समाज के लोगों से समझाइश कर मांगे मान ली थी। मांगे पूरी नहीं होने पर समाज के लोगों ने आज मंगलवार को जिला कलक्ट्रेट पहुंचकर जिला कलेक्टर पर धोखा देने और अब तक काम पूरा नहीं करवाने का आरोप जड़ा है साथ ही जिला पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपकर शराब के नशे में मंदिर पर चढ़ने वाले कार्मिकों पर कार्रवाई की मांग की है। मांग नहीं माने जाने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी भी दी गई।

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मामला शांत करने के लिए किया था समझौता

देवनारायण मंदिर समिति के सहसंरक्षक और रिटायर्ड जज किशन गुर्जर ने कहा कि अगर जिला कलेक्टर किसी भी व्यक्ति को समझौते के तहत कुछ वादा करते हैं, वह पूरा नहीं होता है तो यह धोखा है। उन्होंने कहा कि जिला कलेक्टर ने चारदीवारी के निर्माण के साथ ही लोहे की ग्रिल लगवाने और टूटा हुआ ग्रेनाइट लगवाने की भी बात कही थी। लेकिन आज दिन तक काम पूरा नहीं हुआ है। ठेकेदार अधूरा काम छोड़कर भाग गया।

अगर समझौता नहीं किया तो गुर्जर समाज करेगा आंदोलन

इसी मामले में आज जिला कलक्टर को इस संबंध में अवगत करवाकर काम पूरा करने की मांग की।  साथ ही कहा कि अगर प्रशासन नहीं करवा पाए तो गुर्जर समाज अपने स्तर पर यह काम पूरा करवाए। किशन गुर्जर ने मीडिया से बातचीत में कहा कि चारदीवार तोड़ने के दौरान जो कार्मिक नशे में मंदिर पर चढ़े थे, इससे समाज के लोगों की आस्था को ठेस पहुंची, ऐसे में उनके खिलाफ एसपी से कार्रवाई की मांग की गई है। इसके लिए एसपी को ज्ञापन सौंपा गया। पहले भी क्रिश्चियनगंज थाने में रिपोर्ट दी गई लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। इसलिए आज ज्ञापन दिया गया और जल्द कार्रवाई करने की मांग की। अगर जल्द कार्रवाई नहीं होती है तो गुर्जर समाज को आंदोलन पर मजबूर होना पड़ेगा।

बता दें कि 2 दिसम्बर 2022 की देर रात को वैशालीनगर स्थित गुर्जर समाज के आराध्य देव देवनारायण भगवान के मंदिर की प्रशासन ने चारदीवारी तोड़ दी थी। जिसके बाद बवाल खड़ा हो गया था। इस बवाल को शांत करवाने के लिए जिला कलक्टर ने समझौता वार्ता करके समाज के लोगों की मांगे मानी थी और इसके बाद सभी शांत हुए थे।

(रिपोर्ट- नवीन वैष्णव)

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