होमइंडिया
राज्य | राजस्थानमध्यप्रदेशदिल्लीउत्तराखंडउत्तरप्रदेश
मनोरंजनटेक्नोलॉजीस्पोर्ट्स
बिज़नेस | पर्सनल फाइनेंसक्रिप्टोकरेंसीबिज़नेस आईडियाशेयर मार्केट
लाइफस्टाइलहेल्थकरियरवायरलधर्मदुनियाshorts

देवर-भाभी के अंधे प्यार ने छीन ली विवाहिता की जान, आरोपी पर बना रही थी शादी का दबाव

05:35 PM Jun 01, 2023 IST | Sanjay Raiswal

भीलवाड़ा। राजस्थान के भीलवाड़ा में प्रेम संबंधों की वजह से देवर ने भाभी की हत्या कर दी। देवर-भाभी के रिश्तों को तार-तार करने वाली ये घटना भीलवाड़ा के मांडल की है। पुलिस ने विवाहिता मैना कंवर ब्लाइंड मर्डर केस का खुलासा करते हुए आरोपी देवर दीपक उर्फ दशरथ सिंह को गिरफ्तार किया है। मांडल सीओ कन्हैयालाल ने बताया कि 24 मई को बागोर के मदनपुरा गांव के बाहर एक 28 साल की विवाहिता का खून से सना हुआ शव मिला था। महिला की गला रेतकर व पीट-पीट कर हत्या की गई थी। पुलिस को मौके पर विवाहिता के साथ हाथापाई के सबूत मिले थे। पुलिस ने जब जांच की तो मृतका के फोन पर रात को आरोपी का कॉल आया हुआ था।

मांडल सीओ कन्हैयालाल ने बताया कि आरोपी देवर दीपक उर्फ दशरथ सिंह के वैवाहिक जीवन में रोड़ा बन रही थी। अपने से 9 साल बड़ी भाभी मैना कंवर के साथ प्रेम प्रसंग का अंत करने की योजना घटना के दो दिन पूर्व ही बनाते हुए हत्या करना कबूल किया है। पुलिस ने बताया कि दोनों के मध्य विगत कुछ वर्षों से प्रेम-प्रसंग चल रहा था। उनके प्रेम-प्रसंग की जानकारी दोनों के समाज और परिवार को पता चल गई थी। बदनामी से परेशान होकर मैना कंवर आरोपी दीपक उर्फ दशरथ सिंह पर भगा ले जाने और शादी करने का दबाव बना रही थी। 23 मई की रात को भी दोनों के बीच इसी बात को लेकर विवाद हो गया था। जिसके बाद दीपक ने उसकी हत्या कर दी थी। हत्या के बाद आरोपी परिवारजनों को गुमराह करते हुए उनके साथ मैना कंवर की तलाश करता रहा।

ये था मामला…

बता दें कि 23 मई को भीलवाड़ा के मदनपुरा ग्राम में बुआ के घर शादी में शामिल होने आई विवाहिता चौहानों की खेड़ी, रायपुर निवासी मैना कंवर (28) पत्नी महेंद्र सिंह की निर्मम हत्या कर जंगल में फेंक दिया था। उधर, परिजनों को काम की कहकर निकली मैना कंवर जब घर पर नहीं लौटी तो परिजन रात भर इधर-उधर उसे ढूंढते रहे। जंगल में खून से लथपथ उसकी लाश मिली तो परिजनों ने पुलिस को जानकारी दी। सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने एफअसल टीम के साथ डॉग स्क्वायड को मौके पर लाकर साक्ष्य जुटाए गए थे।

(इनपुट-जयेश पारीक)

Next Article