रंधावा की नसीहत के बावजूद बैरवा ने मंत्री परसादी लाल पर साधा निशाना, कहा- चिकित्सा मंत्री कोई काम नहीं करता
प्रदेश की सियासत दूसरे मुद्दों से ज्यादा पार्टी के नेताओं ने अपनी ही पार्टी के नेताओं पर बयानबाजी कर गर्मा रहे हैं। ताजा मामला कांग्रेस का ही है। कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने संभाग स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन और आज की प्रेस कांफ्रेंस में नेताओं को बयानबाजी से बचने की सलाह दी थी, लेकिन शायद पार्टी के नेताओं पर इसका कुछ खास असर नहीं पड़ रहा है। दरअसल रंधावा की नसीहत के कुछ देर बाद ही विधायक बाबूलाल बैरवा का मीडिया में दिया हुआ बयान सामने आ गया। जिसमें वे चिकित्सा मंत्री परसादी लाल मीणा पर आरोप लगाते नजर आ रहे हैं।
‘स्वास्थ्य विभाग तो परसादी का बेटा चला रहा है’
परसादी लाल मीणा ने मीडिया से कहा कि हमारा चिकित्सा मंत्री किसी काम का नहीं है। वह कोई काम नहीं करता। इससे पहले रघु शर्मा भी ऐसे ही थे, लेकिन अब वह लाइन पर आ गए हैं। बैरवा ने कहा कि पूरा स्वास्थ्य विभाग के परसादी लाल मीणा का बेटा चला रहा है। विभाग में बस उसके बेटे की ही चलती है। हालांकि बैरवा ने परसादी के बेटे का नाम नहीं लिया। बैरवा ने कहा कि मेरे क्षेत्र में कई स्वास्थ्य केंद्र हैं, जहां डॉक्टर्स नहीं है , नर्स नहीं है। कई मेडिकल उपकरण नहीं हैं। इसके बारे में न जाने कितनी बार मैंने मंत्री परसादी लाल को अवगत कराया है, लेकिन बावजूद इसके कोई काम नहीं हुआ।
इधर रंधावा की प्रेस कांफ्रेंस, उधर बैरवा का बयान
सबसे खास बात यह है कि बैरवा का बयान तब आया जब पीसीसी कार्यालय में रंधावा प्रेस कांफ्रेंस कर रहे थे और इधर दफ्तर के बाहर बैरवा बयानबाजी कर रहे थे। दूसरी रंधावा ने प्रेस कांफ्रेंस में मोदी के भीलवाड़ा दौरे को लेकर भी बयान दिए। उन्होंने कहा कि राजस्थान में भाजपा सरकार के समय ही करीब 70 से ज्यादा गुर्जरों की गोली मारकर हत्या की गई थी। आज मोदी को उन मारे गए गुर्जरों के बारे में भी बोलना चाहिए था, लेकिन उन्होंने कुछ नहीं कहा।
बैठक में नदारद रहे नेताओं पर गिरेगी गाज
वहीं पीसीसी में हुई इस संभाग स्तरीय मीटिंग में कई नेता-विधायक नदारद दिखे। संभाग के 34 में से 20 विधायक और मंत्री इस बैठक से नदारद रहे। इनमें से कुछ ने अपने कारण बताए तो कुछ बिना किसी कारण के नहीं आए। इस पर रंधावा और डोटासरा खासे नाराज दिखाई दिए। पीसीसी चीफ डोटासरा ने कहा कि कुछ नेता खुद को कांग्रेस से बड़ा मानने लगे हैं। इधर प्रभारी रंधावा ने कहा कि गैर हाजिर रहने के लिए सदस्यों से स्पष्टीकरण मांगा जाएगा। अब डोटासरा नदारद रहने वाले विधायकों-मंत्रियों की लिस्ट सौंपेंगे। इसके बाद प्रभारी रंधावा आगे कार्रवाई करेंगे।