कामां को जिला बनाने की उठ रही मांग, पिछले दो महीने से धरना जारी, अब दी ये चेतावनी
कामां। कामां को जिला बनाने की मांग अब तेजी से उठने लगी है। जिला बनाने की मांग को लेकर आज व्यापार महासंघ के अध्यक्ष कमल अरोड़ा के आह्वान पर कामां का सम्पूर्ण बाजार बंद कर एसडीएम कार्यालय तक जूलुस निकाला गया। जिसके बाद एसडीएम दिनेश शर्मा को सीएम गहलोत के नाम ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में बताया कि कामां जिला बनाने के दृष्टिकोण से बिलकुल तैयार हैं।
व्यापार महासंघ के सदस्यों ने कही ये बात
व्यापार महासंघ के लोगों ने कहा कि कामां एक धार्मिक नगरी है। जहां हर रोज हजारों पर्यटक दर्शन करने के लिए आते हैं। इसके साथ ही हरियाणा और उत्तरप्रदेश सीमा से लगा हुआ विधानसभा क्षेत्र भी है। लोगों का कहना है कि कामां शैक्षणिक, आर्थिक, कृषि और राजनैतिक दृष्टि से पिछड़ा हुआ है। यह क्षेत्र राजनैतिक रूप से उपेक्षित क्षेत्र रहा है इसलिये यहां विकास नहीं हो पाया है। इन सभी बिन्दुओं को मद्देनजर रखते हुये कामां को जिला बनाया जाना अत्यन्त आवश्यक है।
पिछले दो महीने से जारी है धरना
आपको बता दें कि कामां के लाल दरवाजे पर लगभग दो महीने से धरना जारी है। संघर्ष समिति को विभिन्न संगठनों किसानों, मजदूरों और आमजन का समर्थन मिल रहा है। वहीं धरना स्थल पर बैठे भगवत प्रसाद शर्मा ने बताया कि 26 जनवरी को राष्ट्रीय ध्वज फहरा कर सैकड़ों की संख्या में कामां के लोग विधानसभा तक पैदल मार्च पर निकलेंगे। साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि जब तक सरकार उनकी मांग को पूरा नहीं करती है तब तक वे जयपुर में धरने पर बैठे रहेंगे। आपको बता दें कि कामां को जिला बनाने की मांग को लेकर पिछले दिनों कुछ साधु संतों और ग्रामीण ने मंदिर के गुम्बद पर चढ़कर आत्मदाह का प्रयास किया था। जिसके बाद प्रशासन ने सूझबूझ से काम लेते हुए सभी को नीचे उतार लिया था।