रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह 12 सितम्बर को आएंगे जोधपुर,वायुसेना के तरंग शक्ति युद्ध अभ्यास का करेंगे अवलोकन
भारतीय वायु सेना के सबसे बड़े अभ्यास 'तरंग-शक्ति' में शामिल होने के लिए देश के रक्षामंत्री राजनाथ सिंह भी 12 सितम्बर को जोधपुर आ रहे है। 12 सितंबर को प्रातः 11.10 बजे, वायुयान द्वारा दिल्ली से जोधपुर आयेंगे
Tarang Shakti: भारतीय वायु सेना के सबसे बड़े अभ्यास 'तरंग-शक्ति' में शामिल होने के लिए देश के रक्षामंत्री राजनाथ सिंह भी 12 सितम्बर को जोधपुर आ रहे है। 12 सितंबर को प्रातः 11.10 बजे, वायुयान द्वारा दिल्ली से जोधपुर आयेंगे। रक्षा मंत्री प्रातः 10 बजे पालम एयरपोर्ट, दिल्ली से वायुयान से रवाना होकर प्रातः 11.10 बजे जोधपुर एयरपोर्ट पहुंचेंगे। एयरपोर्ट पर प्रातः 11.15 से दोपहर 1.15 बजे तक वायुसेना के युद्ध अभ्यास कार्यक्रम में शरीक होंगे व युद्ध अभ्यास का अवलोकन करेंगे।
यह रहेगा पूरा कार्यक्रम
रक्षा मंत्री दोपहर 1.15 बजे एयरपोर्ट से उम्मेद भवन पैलेस के लिए प्रस्थान करेंगे व दोपहर 1.30 से 2.30 बजे उम्मेद भवन पैलेस में ठहरेंगे। रक्षामंत्री दोपहर 2.30 उम्मेद पैलेस से एयरपोर्ट के लिए रवाना होंगे व एयरपोर्ट से दोपहर 2.50 बजे वायुयान से प्रस्थान करेंगे।
12 सितम्बर को रहेगा यह खास
12 सितंबर को इस एक्सरसाइज में हिस्सा ले रहे भारत, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, सिंगापुर, ग्रीस, श्रीलंका, यूएई और जापान के एयर चीफ मार्शल जोधपुर पहुंचेंगे। इस दौरान सभी एयरफोर्स चीफ तेजस और सुखोई में उड़ान भरेंगे। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी 12 सितंबर को जोधपुर आ सकते है।
तीनो सेनाओं के वाइस चीफ ने भरी थी तेजस में उडान
देश की तीनों सेनाओं (जल-थल-वायु) के वाइस चीफ ने तेजस में उड़ान भर रहे है। वह तेजस की खूबियां परखी, साथ ही इसे चलाने की बारीकियों को समझ रहे है। तीनों वाइस चीफ ने करीब 45 मिनट तक आसमान में गरजते तेजस में उड़ान भी भरी थी। सोमवार को बात करे तो हुई प्रैक्टिस में एयरफोर्स के वाइस चीफ एयर मार्शल एपी सिंह, नेवी के वाइस चीफ कृष्णा स्वामीनाथन और आर्मी के वाइस चीफ लेफ्टिनेंट जनरल एनएस राजा सुब्रमणि जोधपुर एयरबेस पहुंचे। इसके बाद तीनों ने लड़ाकू विमान तेजस में उड़ान भरी। एयरफोर्स के एयर मार्शल एपी सिंह ने सिंगल-सीटर एलसीए तेजस लड़ाकू विमान उड़ाया। जबकि नेवी और आर्मी के वाइस चीफ ने एलसीए तेजस के ट्विन-सीटर ट्रेनर वर्जन में पायलट संग उड़ान भरी। यह पहली बार है जब तीनों सेनाओं ने वाइस चीफ एक साथ मौजूद रहे।