फ्रांस में रात में दिखा दिन जैसा नजारा, एस्टेरॉयड गिरते देख दहशत में आए लोग
पेरिस। रात में अगर अचानक दिन जैसी रोशनी हो जाए तो वह किसी मुसीबत का संकेत ही मानी जाती है। फ्रांस के ऊपर से सोमवार को ऐसी ही एक बड़ी मुसीबत गुजरी है। उत्तरी फ्रांस के आसमान में देर रात को एक एस्टेरॉयड दिखा। इसके कारण रात में दिन जैसा नजारा हो गया। कई लोगों ने इस गिरते हुए उल्कापिंड का वीडियो बना लिया।
इस उल्कापिंड के गिरने की संभावना पहले ही जता दी गई थी। अंतरराष्ट्रीय उल्का संगठन के अनुसार उल्कापिंड का नाम एसएआर 2667 (सीएक्स 1) है। यह एक मीटर के व्यास का था, जो धरती के लिए खतरा नहीं था, लेकिन जब यह लोगों के ऊपर से गुजरा तो उनमें दहशत पैदा हो गई।
सातवां उल्कापिंड, जिसका पता था
यह उल्कापिंड खगोलविदों के लिए भी महत्वपूर्ण था। ऐसा इसलिए कि यह 7वां उल्कापिंड है, जिसके बारे में पृथ्वी पर टकराने से पहले ही पता चल गया हो। यह दिखाता है कि उल्कापिंड का पता लगाने की क्षमताओं में विकास हुआ है।
पिछली बार 19 नवंबर 2022 को कनाडा के टोरंटो में उल्कापिंड के गिरने से ठीक चार घंटे पहले बता दिया गया था। डायनासोर का खात्मा पृथ्वी पर उल्कापिंड की टक्कर से हुआ था। इंसान नहीं चाहते कि ऐसा उनके साथ हो, इसलिए वह उल्कापिंड का पता लगाने और उनसे बचने के तरीकों पर शोध कर रहे हैं।
भारतीय समय सुबह 8.29 बजे की घटना
अंतरराष्ट्रीय उल्का संगठन ने इस उल्कापिंड के गिरने की पुष्टि की है। ‘13 फरवरी को 2.59 बजे (भारतीय समय 8.29 am) पर धरती के वायुमंडल में सीएक्स 1 दाखिल हुआ।’ संगठन ने कहा, ‘चंद्रमा के करीब एक बेहद चमकदार रोशनी देखी गई। उल्कापिंड अपने संभावित समय पर ही आग का गोला बनकर गिरा है।
दर्जनों लोगों ने इसे देखा है।’ इस उल्कापिंड के आने की भविष्यवाणी पहले ही कर दी गई थी। बेल्जियम, नीदरलैंड, उत्तरी फ्रांस और दक्षिणी इंग्लैंड से भी इसकी रोशनी देखी जाने का दावा किया गया है।
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