'राखी पर छुट्टी मिलेगी तो घर आऊंगा'…2 बहनों को छोड़ चला गया कांस्टेबल प्रहलाद, गम में डूबा पूरा मरूधरा
Dausa Constable Prahlad Singh : इस बार रक्षाबंधन पर छुट्टी मिलेगी तो आऊंगा…लेकिन, परिवार को क्या पता था कि इस बार की रक्षाबंधन पर वह नहीं होगा। एक शब्द एक बेबस पिता के है जिसका बेटा ड्यूटी का फर्ज निभाते हुए आज शहीद हो गया। राजस्थान के दौसा में डीएसटी टीम पर फायरिंग में घायल कांस्टेबल आखिर जिंदगी की जंग हार गया। घायल कांस्टेबल प्रहलाद सिंह ने शुक्रवार सुबह इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।
कांस्टेबल प्रहलाद सिंह का एसएमएस हॉस्पिटल में इलाज चल रहा था। कांस्टेबल प्रहलाद सिंह के निधन से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। वहीं पूरे गांव में शोक ही लहर छा गई।
2 बहनों का लाडला था प्रहलाद
मृतक कांस्टेबल के चाचा विजेंद्र सिंह ने बताया कि 3 दिन पहले ही प्रहलाद सिंह ने अपने पिता से फोन पर बात की थी। प्रहलाद सिंह ने पिता माल सिंह ने कहा था कि इस बार रक्षाबंधन पर छुट्टी मिलेगी तो आऊंगा। लेकिन, रक्षाबंधन से पांच दिन पहले ही वह ऐसे दुनिया से चला जाएगा, ये परिवार ने बिल्कुल भी सपने में नहीं सोचा था।
उन्होंने बताया कि प्रहलाद सिंह अपने परिवार में सबके लाड़ले थे। ये 5 भाई-बहन है और खुद प्रहलाद सिंह (35) तीसरे नंबर का था। इनसे बड़ी एक बड़ी बहन सुमन कंवर (40) और एक भाई रणजीत सिंह (37) है। मिथलेश कंवर (26), युवराज सिंह (23) है।
प्रहलाद सिंह सीकर जिले के चिपलाटा थाना क्षेत्र में खातीवाला की ढाणी में रहता था। इनके पिता माल सिंह (62) किसान है और गांव में ही खेती करते है। दौसा जिले में नौकरी होने के कारण कभी-कभार वह गांव आता था। लेकिन, प्रहलाद सिंह जब भी गांव आता तो वह अपने पिता के साथ खेती का काम करने में मदद करता था।
2008 में लगी थी नौकरी
प्रहलाद सिंह अपनी पत्नी और बच्चों के साथ दौसा में रहता था। प्रहलाद सिंह करीब 15 साल पहले साल 2008 में राजस्थान पुलिस में नौकरी लगी। इसके बाद प्रहलाद सिंह की शादी दिसंबर 2014 में दौसा के भांडारेज के पास राणौली के झापड़ावास में हुई थी। शादी के 9 साल बाद उसके एक बेटा चिराग (6) और एक बेटी चीकू (4) है। प्रहलाद सिंह की अचानक मौत से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है।
गांव में होगा अंतिम संस्कार
परिवार के लोग उसका पार्थिव शरीर लेकर रवाना हो गए है। प्रहलाद सिंह का अंतिम संस्कार सीकर जिले के चिपलाटा थाना क्षेत्र में खातीवाला की ढाणी में आज शाम को होगा।
पुलिस की गिरफ्त में आरोपी
बता दें कि दौसा में डीएसटी कांस्टेबल प्रहलाद सिंह के सिर में गोली मारने वाले मुख्य आरोपी सेवर निवासी नवीन जाट को पुलिस ने 36 घंटे बाद दबोच लिया। आरोपी की तलाश में 500 पुलिसकर्मी की टीम लगातार जुटी रही। हालांकि, इस दौरान दोनों ओर से कई राउंड फायरिंग हुई। इस मुठभेड़ में बदमाश के दाहिने पैर में गोली लगी। फिलहाल, आरोपी का जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल में उपचार जारी है।
इससे पहले पुलिस और आरोपी के बीच आमने-सामने फायरिंग हुई। क्रॉस फायरिंग में आरोपी को गोलियां लगी। वहीं आरोपी की ओर से की गई फायरिंग में दो पुलिसकर्मी भी चोटिल हो गए। पुलिस के जवानों ने फायरिंग के बीच साहस का परिचय देते हुए आरोपी को दबोचा। पुलिस ने बदमाश से हथियार भी बरामद किए है।
बदमाशों ने मारी थी सिर में गोली
बता दें कि दौसा जिले के सिकंदरा थाना इलाके के रेटा गांव में बुधवार सुबह 8.45 बजे बाइक चोरों ने घिरने के बाद पीछा कर रही जिला विशेष टीम (डीएसटी) पर फायरिंग कर दी। बदमाशों का पीछा करते हुए एक पुलिस कांस्टेबल प्रहलाद सिंह के सिर में गोली जा लगी। जिससे जवान को गंभीर हालत में जयपुर के एसएमएस हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। जहां शुक्रवार को इलाज के दौरान प्रहलाद सिंह ने दम तोड़ दिया।