नगर परिषद चेयरमैन के व्हाट्सएप की डीपी लगा कर साइबर ठगों ने मांगी मोटी रकम
अलवर। साइबर ठग इतने शातिर हो गए है कि पुलिस भी उनके सामने बोनी साबित हो रही है। इन दिनों साइबर ठगों का इतना बड़ा जाल फैला हुआ है कि पुलिस एक केस सुलझाती है और अगले दिन कई ठगी के मामले सामने आ जाते हैं। शहर में साइबर थाना होने के बाद भी वहां काम की रफ्तार शून्य है।
बीती सोमवार शाम ही अलवर नगर परिषद चेयरमैन घनश्याम गुर्जर के नंबर का व्हाट्सएप यूज कर सभापति घनश्याम गुर्जर की डीपी लगा कर घनश्याम गुर्जर के नाम से पैसे मांगे और 20 हजार की डिमांड की। बाकायदा व्हाट्सएप पर चैटिंग हुई और चैटिंग के जरिए व्हाट्सएप हैकर ठगने हेल्प की गुहार की और 20,000 रुपए मांगे। बता दें कि जिस नंबर से चैटिंग की गई वह नंबर भी नगर परिषद चेयरमैन का नहीं है यह सबसे बड़ी समस्या है जो अलवर पुलिस के सामने चुनौती है।
लगातार बढ़ रही है साइबर ठगी
हालात ये हैं कि अलवर के मेवात कई गांव में ठगी के ठिकाने बने हुए हैं और फर्जी सिम मिल जाती है। इसके बाद यह जितने भी साइबर हैकर हैं खेतों में अपने कैंप चला कर रखते हैं और वही से ठगी की वारदात को अंजाम देते हैं। इस कारण पुलिस समय से उनके पास पहुंच नहीं पाती है। जो सिम यह उपयोग करते हैं एक बार पैसे ट्रांजैक्शन होने के बाद उसको फेंक देते हैं और बाकायदा जो भी इस गैंग में शामिल होता है , जिसके नाम खाते होते हैं उनको एक निश्चित कमीशन दिया जाता है।
(रिपोर्ट- नितिन शर्मा)