CISF जवान से अचानक दबा राइफल का ट्रिगर, गोली ने जबड़े में घुस चीर दिया सिर…मौके पर मौत
सीकर। राजस्थान के सीकर में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। राजस्थान विधानसभा चुनाव में ड्यूटी कर रहे CISF (केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल ) के एक जवान की गोली लगने से मौत हो गई। बताया जा रहा है कि सीआरपीएफ जवान से अचानक अपनी ही बंदूक का ट्रिगर दब गया। गोली जबड़े से घुसी और सिर को चीरते हुए निकलकर कार की छत के आर-पार हो गई। जवान के साथ मौजूद अन्य साथी उसे लेकर फतेहपुर के राजकीय धानुका उप जिला अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर पहुंचाया। जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। यहह घटना सीकर जिले के फतेहपुर के बुद्धगिरी मंडी के पास मंगलवार सुबह 6 बजे की है।
कोतवाली थाने के एएसआई राजेंद्र ने बताया कि 402 कंपनी गुवाहाटी, असम में कार्यरत सीआईएसएफ जवान देवीलाल की विधानसभा चुनाव में ड्यूटी लगी थी। मृतक जवान गांव चनाना, चिड़ावा झुंझुनूं का रहने वाला था।
ड्यूटी खत्म होने के बाद मंगलवार सुबह करीब 6 बजे देवीलाल अपने तीन साथियों के साथ कार से बुद्धगिरी मंडी के पास चाय की दुकान पर गए थे। चाय पीने के बाद आराम करने के लिए वापस कार से बुद्धगिरी मंडी परिसर स्थित धर्मशाला जा रहे थे। कार अभी थोड़ी दूर ही चली थी कि अचानक देवीलाल के हाथ में रखी राइफल का ट्रिगर दब गया। गोली सीधा जबड़े से घुसी और सिर को चीरती हुई कार की छत से बाहर निकल गई।
साथी घबराए और हॉस्पिटल पहुंचाया…
जवान को अचानक से गोली लगने से देवीलाल के मौजूद तीन साथी घबरा गए। उन्होंने देवीलाल को उसी कार में फतेहपुर के राजकीय धानुका उप जिला अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर पहुंचाया। जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। घटना की सूचना जवान के परिवार को दे दी गई। हादसे की सूचना के बाद परिजन हॉस्पिटल पहुंचे। हॉस्पिटल में बेटे की मौत के बाद रोते पिता और बड़े भाई को लोगों ने संभाला।
इधर, हादसे की सूचना मिलते ही सीकर एसपी परिस देशमुख, फतेहपुर डिप्टी रामप्रताप बिश्नोई, कोतवाली थानाधिकारी इंद्राज मरोडिया सहित सीआईएसएफ के अधिकारी मौके पर पहुंचे। पुलिस ने मौके से सबूत जुटाने के लिए एफएसएल की टीम को बुलाया। फिलहाल, पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है।
डेढ़ साल पहले ही हुई थी शादी…
जवान देवीलाल की सात साल पहले नौकरी लगी थी। डेढ़ साल पहले ही देवीलाल की शादी हुई थी। देवीलाल अपने चार भाई बहनों में सबसे छोटा था। दो बड़ी बहनों की शादी हो चुकी है। वहीं एक बड़ा भाई अजय सिंह है, जो पिता विद्याधर सिंह के साथ ही खेती का काम करता है।