सीकर के खंडेला में ट्रस्ट के फर्जी पदाधिकारी बनकर करोड़ो के गबन करने विवाद आया सामने, पुलिस में मामला दर्ज
जयपुर। सीकर जिले के उपखंड खंडेला के कोटड़ी- लुहारवास के श्री सावित्री जन कल्याण ट्रस्ट में करोड़ों के गबन का मामला सामने आया है. थाने में रिपोर्ट देकर अवगत करवाया की ट्रस्ट में फर्जी तरिके से अध्यक्ष व कोषाध्यक्ष पद हांसिल कर दो बैंको में खाता खुलवाकर अवैध चंदा लेकर राशि का निजी उपयोग कर लिया.
2.25 करोड़ का गबन
पुलिस ने बताया की खंडेला के कोटड़ी धाम (लुहारवास) के श्रीसावित्री जन कल्याण ट्रस्ट में करोड़ों के गबन का विवाद सामने आया है.हनुमानगढ व हाल सीकर निवासी तुलसीराम पुत्र शम्भुदयाल सोनी ने कोतवाली थाने में रिपोर्ट देकर बताया कि वह ट्रस्ट के भूतपूर्व कार्यकारणी सदस्य है. ट्रस्ट में सीकर निवासी रामकुमार तोषावड़ और चुरू निवासी शम्भुदयाल भामा ने फर्जी तरीके से अध्यक्ष व कोषाध्यक्ष का पद हासिल कर सीकर में दो बैंकों में खाते खुलवा लिए और अवैध चंदा लेकर राशि का निजी उपयोग किया. बैंक प्रबंधन की मदद से इस दौरान 2.25 करोड़ का गबन कर लिया गया.
ट्रस्ट खाते से 13 लाख रुपए निकालने के आरोप
मामले की जांच रिपोर्ट में एएसआई सोहनलाल जाट ने भी आरोपियों के अवैध चुनाव से पद पाने, अवैध चंदा वसूली व बैंक से नियम विरुद्ध राशि निकालने की पुष्टि होना बताया है. उधर, मामले में दूसरे पक्ष के राजकुमार तोषावड़ व कोषाध्यक्ष शंभूदयाल ने तुलसीराम के आरोपों को निराधार बताते हुए एएसआई की जांच रिपोर्ट को गलत बताते हुए उस पर सवाल उठाए हैं. प्रेस नोट जारी कर उन्होंने बैंक से राशि नियमानुसार दो पदाधिकारियों के हस्ताक्षर से निकालने की बात कही है. ट्रस्ट खाते से 13 लाख रुपए निकालने के आरोप पर पहले 35 लाख रुपए अपनी फर्म से ट्रस्ट के खाते में डालकर फिर 13 लाख रुपए पार्टियों के भुगतान के लिए निकालने की सफाई देने के साथ उन्होंने चैक पर फर्जी हस्ताक्षर की पुष्टि बिना एफएसएल जांच के करने के मुद्दे पर जांच रिपोर्ट पर भी सवाल उठाए हैं.