वंदे भारत ट्रेन शुरू होने से पहले शुरू हुआ विवाद, रेलकर्मियों ने ट्रेन के चक्का जाम की भी चेतावनी
अजमेर। भारतीय रेल की प्रतिष्ठित ट्रेन वंदे भारत एक्सप्रेस के शुरू होने से पहले ही विवाद खड़ा हो गया है। अजमेर मण्डल के नॉर्थ वेस्टर्न रेलवे एम्पलॉयज यूनियन (NWREU) से जुड़े रेल कर्मचारियों ने सोमवार शाम रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म पर प्रदर्शन किया। इसके जरिए उन्होंने जयपुर मंडल के स्टाफ को ट्रेन में तैनात करने पर विरोध जताया। उन्होंने अजमेर मंडल के स्टाफ को वंदे भारत ट्रेन में लगाने की मांग की। रेलकर्मियों ने रेलवे प्रशासन को चेतावनी दी है कि जब तक संचालन में अजमेर मंडल का स्टॉफ तैनात नहीं किया जाएगा, तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा। वह ट्रेन का चक्का जाम करने से भी पीछे नहीं हटेंगे और अपना हक लेकर रहेंगे।
एनडब्ल्यूआरईयू यूनियन की स्टेशन शाखा के अध्यक्ष कमल किशोर वर्मा ने कहा कि वंदे भारत का संचालन अजमेर से किया जा रहा है। गाड़ी की मरम्मत और साफ सफाई अजमेर का स्टॉफ करेगा, जबकि लोको पायलेट, गार्ड व चेकिंग स्टॉफ के रूप में जयपुर मंडल के कर्मचारियों को तैनात किया है। इसे यूनियन कतई बर्दाश्त नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि जयपुर मंडल का स्टॉफ, अजमेर मंडल में 400 किमी से अधिक गाड़ी का संचालन कर रहा है। यूनियन के साथ प्रशासन का यह लिखित समझौता है कि नई गाड़ियों के संचालन में किलोमीटर बैलेसिंग के आधार पर स्टॉफ की तैनाती की जाएगी। ऐसे में प्रशासन, वंदे भारत में अजमेर मंडल के रनिंग स्टॉफ क्रू और चैकिंग स्टॉफ को तैनाती के आदेश जारी करें, अन्यथा वन्दे भारत के उद्घाटन के समय भी अजमेर के रेल कर्मचारी अपना विरोध प्रदर्शित करेंगे।
प्रदर्शनकारी अंकिता कपूर और दीपमाला परमार ने कहा कि वंदे भारत ट्रेन का काम अजमेर मंडल हर हाल में लेकर रहेगा। यदि प्रशासन ने उनकी मांगें नहीं मानी तो रेलकर्मी रेल का चक्का जाम भी करने से पीछे नहीं हटेंगे, लेकिन अपना हक लेकर रहेंगे। प्रदर्शन करने वालों में केके वर्मा, बालमुकंद सैन, राजेंद्र भोपरिया के. के मौर्य, नाथूराम जाट मुकेश जारवाल, अंकिता कपूर, दीपमाला परमार, दामोदर, दिनेश कुमार, धर्मेन्द्र सिंह, सहित कई रेल कर्मचारी शामिल हुए।
(इनपुट-नवीन वैष्णव)