सरदारशहर उपचुनाव में चला सिम्पैथी कार्ड, कांग्रेस के अनिल शर्मा ने जीत की दर्ज
सरदारशहर उपचुनाव के नतीजों में कांग्रेस के अनिल शर्मा ने जीत दर्ज कर ली है। अनिल शर्मा के बाद दूसरे नंबर पर भाजपा के अशोक पिंचा रहे। RLP के लालचंद मूंड तीसरे नंबर पर रहे। सरदारशहर में कांग्रेस की बंपर जीत से पार्टी में जश्न का माहौल है। चुनावों की नतीजों की बात करें तो कांग्रेस के अनिल शर्मा को रिकॉर्ड 90915 वोट मिले। दूसरे नंबर पर रही भाजपा को 64219 वोट मिले। तीसरे नंबर पर रही RLP को 46628 मत मिले। वहीं वोट प्रतिशत की बात करें तो कांग्रेस को 43.51 प्रतिशत, भाजपा को 30.73 प्रतिशत, RLP को 22.31 प्रतिशत वोट मिले। वहीं इस उपचुनाव में कुल 208961 वोट पड़े।
दूसरे दलों की बात करें तो CPI के सांवरमल मेघवाल को यानी 2061 यानी 0.99 प्रतिशत वोट, इंडियन पीपुल्स ग्रीन पार्टी के परमाना राम को 928 वोट मिले इसका 0.44 प्रतिशत रहा। इसके अलावा निर्दलियों की बात करें तो उमेश साहू को 331 , प्रेम सिंह को 181, विजयपाल सिंह को 311, सुभाष चंद्र को 965, सुरेंद्र सिंह राजपूत को 646 वोट मिले। वहीं नोटा पर 1776 लोगों ने बटन दबाया।
सच बेधड़क ने दिए थे कांग्रेस की जीत के संकेत
कांग्रेस की इस जीत का सच बेधड़क ने पहले ही संभावना जता दी दिया था। चुनाव प्रचार के बीच में ही सच बेधड़क ने बता दिया था कि सरदारशहर में जमकर सिंपैथी कार्ड चलेगा और भंवरलाल शर्मा के बेटे अनिल शर्मा ही पिता की विरासत को आगे बढ़ाएंगे।
चल गया सिंपैथी कार्ड
राजनीतिक विश्लेषक इसे सीएम गहलोत की रणनीति का प्रभाव मान रहे हैं। चुनाव को लेकर सीएम अशोक गहलोत खुद दो बार पूरे लाव-लश्कर के साथ प्रचार करने गए थे। उन्होंने यहां के लोगों को दिवंगत विधायक भंवरलाल शर्मा से संबंधों को भी याद दिलाया था। साथ में यह भी कहा था कि सरदारशहर की जनता अनिल शर्मा को जिता कर भंवरलाल शर्मा को श्रद्धांजलि दें। अब चुनावों के नतीजों से साफ लग रहा है कि सरदारशहर की जनता ने अनिल शर्मा को जिताकर उनके पिता और दिवंगत विधायक भंवरलाल शर्मा को श्रद्धांजलि दे दी है।
डोटासरा ने कहा – भाजपा की जब्त हुई जमानत
सरदारशहर उपचुनाव में कांग्रेस की धमाकेदार जीत पर PCC चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि हमने पहले ही कहा था कांग्रेस की ऐतिहासिक जीत होगी और भाजपा की जमानत जब्त होगी। क्योंकि केंद्र की मोदी सरकार और भाजपा ने झूठ बोलने के अलावा कुछ भी नहीं किया है। राजस्थान में भाजपा 13 जगह बिखरी पड़ी है। उनके अपने व्यक्तिगत एजेंडे है, उनका पार्टी से कोई सरोकार नहीं है।