ये है रोडवेज बसों की हकीकत! दिव्यांगों के साथ कंडक्टरों की इस हद तक अभद्रता
अलवर। प्रदेश की रोडवेज बसों में कंडक्टर दिव्यांग यात्रियों के साथ अभद्रता कर रहे हैं। अब दिव्यांगों को अपने सम्मान की लड़ाई लड़ने के लिए सड़कों पर उतरना पड़ रहा है। आज आक्रोशित दिव्यांगों ने जिला कलेक्टर कार्यालय पहुंच कर प्रदर्शन किया। उन्होंने परमार्थम् दिव्यांग एवं जनकल्याण संस्थान के बैनर तले प्रदर्शन किया और रोडवेज बस के कंडक्टरों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग का ज्ञापन कलेक्टर को सौंपा।
सरकार के कामों पर लगा रहे पलीता
प्रदर्शन कर रहे दिव्यांगों ने मीडिया से अपने अपमान की व्यथा भी सुनाई। यहां एक दृष्टिबाधित व्यक्ति ने बताया कि उनके साथ कंडक्टर ने अभद्रता की और अपमानजनक शब्दों से प्रताड़ित किया। यही नहीं उनके पास तक को फर्जी बताते हुए चिकित्सकों पर फर्जी प्रमाण पत्र बनाने का आरोप भी लगाया और जबरन टिकट बनाकर पैसे वसूले। उन्होंने आरोपी परिचालक के खिलाफ दिव्यांग एक्ट 2016 के तहत कार्रवाई की मांग उठाई है। उनका कहना है कि एक ओर दिव्यांगों को सहायता देने के लिए सरकार प्रयासरत है वहीं दूसरी और दिव्यांगों को आए दिन रोडवेज बसों में परिचालक प्रताड़ित कर रहे हैं।
बस में चढ़ा तो खिड़की से फेंक दूंगा…
दिव्यांगों का कहना है कि कंडक्टर बेहद अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए उन्हें अपमानित करते हैं। इनमें से एक दिव्यांग ने कहा कि उन्हें कंडक्टर ने यहां तक कह दिया था कि उसे अगले जन्म में अंधे के साथ लूला और लंगडा भी बनाए। इसके साथ ही कहा कि आगे से मेरी बस में मत चढ़ना। एक और प्रदर्शनाकारी ने बताया कि वह ततारपुर से जयपुर के लिए बस में चढ़ा तो परिचालक ने चढ़ने नहीं दिया और जबरन चढ़ा तो गाल पर थप्पड़ मारकर नीचे उतार दिया। साथ ही धमकी दी आगे से मेरी बस में चढ़ा तो खिड़की से बाहर फेंक दूंगा।
( इनपुट- योगेंद्र शर्मा)